अलीगढ़: डीडीयू अस्पताल में स्थायी और एनएचएम से चिकित्सक समेत कई सम्बद्ध है. जिनका अटैचमेंट अभी भी बरकरार है. ऐसे में सीएमओ की कार्रवाई सवालों के घेरे में आ गई है. आखिर हेल्थ विजिटर का ही क्यों किया गया अटैचमेंट रद्द? बाकी पर क्यों बरती गई नरमी?
दीन दयाल संयुक्त चिकित्सालय दो चिकित्सक समेत आधा दर्जन कर्मचारियों को महकमें सम्बद्ध कर रखा है. इनमें महिला अस्पताल में तैनात डॉ. मनोज, ऊपरकोट यूपीएचसी पर तैनात एएनएम सरिताडेंटर हाईजेनिस्ट इसरत जहां, बिजौली सीएचसी पर तैनात हेल्थ विजिटर गीता डे तैनात है. वहीं कासगंज में तैनात डॉ. एसके सिंघल को भी डीडीयू से अटैच कर रखा है. इसी तरह कई कर्मचारी एडी आफिस, सीएमओ कार्यालय, जिला अस्पताल व महिला अस्पताल में सम्बद्ध है. जबकि सरकार ने अटैचमेंट को समाप्त करने मूल स्थान पर भेजने का आदेश पहले ही दे चुकी है. मगर स्थानीय अधिकारियों की क्षत्रछाया में अटैचमेंट का खेल जमकर हो रहा है.
अस्पताल में जरुरत के हिसाब से अटैचमेंट किया जाता है. डॉ. मनोज एनेस्थेटिक्स है इस कारण आईसीयू में किया गया है. जबकि एएनएम का वैक्सीनेशन के लिए हुआ है. बाकी का अटैचमेंट उच्चाधिकारियों के द्वारा किया गया है.
डॉ. नीरज त्यागी, सीएमओ