ग्रेटर नोएडा: सीमा और सचिन और सचिन के पिता को सोमवार को एटीएस पूछताछ के लिए रबूपुरा से अपने नोएडा स्थित अपने दफ्तर लाई थी, जहां काफी देर पूछताछ करने के बाद अब सीमा को अलग गाड़ी और सचिन को अलग गाड़ी से वापस ले जाने के लिए एटीएस की टीम निकाली है।सूत्रों की मानें तो उन्हें पूछताछ के बाद अब घर छोड़ने की तैयारी है, लेकिन ये भी माना जा रहा है की अभी पूछताछ का दौर और लंबा चल सकता है।
सूत्रों से मिली खबर के अनुसार, सीमा और सचिन से काफी घंटों तक एटीएस की लखनऊ और नोएडा टीम ने पूछताछ की है और उनसे उनके रिकॉर्ड किए गए स्टेटमेंट के बारे में दोबारा पूछा गया है। साथ ही साथ सीमा के पास से जो भी दस्तावेज और मोबाइल फोन सिम कार्ड बरामद हुए हैं, उनके बारे में भी सीमा से पूछताछ की गई है। इस मामले में लखनऊ एटीएस और नोएडा एटीएस की एक एक टीम अपनी इन्वेस्टिगेशन पूरी होने तक पूछताछ करेगी। बताया जा रहा है कि एटीएस केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के साथ कोऑर्डिनेशन कर सीमा के पाकिस्तान से यूपी आने और उसके कांटेक्ट के बारे में जांच कर रही है।
एटीएस केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के साथ सीमा के पाकिस्तान से दुबई और फिर नेपाल के रास्ते भारत आने की पूरी नेटवर्क को खंगाल रही है। भारत आने पर सीमा ने किन मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल किया है, इसकी भी जांच हो रही है। सूत्रों का तो यह भी दावा है कि केंद्रीय खुफिया एजेंसी पाकिस्तान में अपने संपर्कों के जरिए सीमा हैदर का पूरा प्रोफाइल पता लगा रही है। उसके घर और परिवार के बारे में भी जानकारी इकट्ठा की जा रही है। सीमा के चाचा के पाकिस्तानी आर्मी में सूबेदार होने का पता चला है। इसके अलावा सीमा का भाई भी पाकिस्तानी सेना में है। ऐसे में जांच एजेंसियों को शक है कि सीमा हैदर का जुड़ाव कहीं पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से तो नहीं है।
सूत्रों की मानें तो जांच एजेंसियों ने सीमा हैदर के आईडी कार्ड को हाई कमीशन में भेजा है। हाई कमीशन सीमा हैदर के इतिहास को जानने का प्रयास करेगा। उसकी कुंडली खंगाले जाने लगी है। उसके पाकिस्तान से भारत आने के मकसद के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।