गोरखपुर जिले में अपराध पर अंकुश लगाने की दलीलें और कवायद बदमाशों के आगे बौनी पड़े

गोरखपुर जिले में अपराध पर अंकुश लगाने की दलीलें और कवायद बदमाशों के आगे बौनी पड़ गई हैं।

Update: 2022-07-08 11:21 GMT

गोरखपुर जिले में अपराध पर अंकुश लगाने की दलीलें और कवायद बदमाशों के आगे बौनी पड़ गई हैं। पुलिस उपलब्धियां गिना रही है तो वहीं घटनाएं इसकी हकीकत बयां कर रहीं हैं। बेखौफ बदमाशों ने तीन दिन में ही हत्या की तीन घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस के इकबाल को खुली चुनौती दी है। हर दिन एक हत्या हुई है। पुलिस के आला अफसर कानून-व्यवस्था में सुधार का आदेश कागजों में जारी कर रहे हैं, लेकिन अपराध पर अंकुश लगता नजर नहीं आ रहा है।

जानकारी के मुताबिक, बदमाश एक के बाद एक वारदात को अंजाम देकर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। यह स्थिति तब है, जब बदमाशों पर शिकंजा कसने का दम भरा जा रहा है। आला अफसर पुलिसिया कार्यप्रणाली में सुधार की बात कर रहे हैं। घटना के बाद मौके पर भी पहुंच रहे हैं, फिर भी घटनाएं रुक नहीं रही हैं। सोमवार की रात में रिटायर्ड दरोगा पुत्र रोहित सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
पुलिस इस हत्याकांड के एक आरोपी को ही गिरफ्तार कर पाई है, अब भी मुख्य आरोपी समेत तीन फरार चल रहे हैं। जिसकी तलाश में पुलिस की दो टीमें लगी है, लेकिन पुलिस को चकमा देकर फरार होने में अब भी वह सफल हैं। पुलिस का दावा है कि जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अभी सभी आरोपियों को पुलिस पकड़ नहीं पाई कि मंगलवार सुबह गुलरिहा के हरिओम की राजघाट इलाके में गला कसकर हत्या कर दी गई। हालांकि, इसके दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश कर लिया है।अभी पुलिस रोहित हत्याकांड के आरोपी की तलाश में थी कि बुधवार रात में बेरहमी से पिटाई कर गुलरिहा क्षेत्र में सुभाष की हत्या कर दी गई। पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ा है।
तीन दिन में हुईं वारदातें
04 जुलाई : कोतवाली इलाके के अलीनगर चरन लाल चौक के पास रिटायर्ड दरोगा पुत्र रोहित सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
05 जुलाई : राजघाट के अमरुतानी में गुलरिहा के हरिओम की गला कसकर हत्या की गई।
06 जुलाई : गुलरिहा इलाके के शिवपुर शहबाजगंज में सुभाष की पीटकर हत्या की गई।
एक साल पहले हुई होती कार्रवाई तो शायद बच जाती सुभाष की जान
गुलरिहा में शिवपुर शाहबाजगंज में सुभाष की पीटकर हत्या में पुलिस की नाकामी भी सामने आई है। परिजनों की माने तो एक साल पहले भी आरोपियों ने सुभाष के एक भाई की पिटाई कर दी थी और वह कोमा में चला गया था, लेकिन तब भी पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करने की जगह मामले को रफा दफा करा दिया था। परिजनों का कहना है कि अगर पुलिस ने उस मामले में कार्रवाई की होती तो शायद आरोपियों का मनोबल इतना नहीं बढ़ता और सुभाष की हत्या करने की हिम्मत नहीं जुटा पाते।
गुलरिहा थाने की दूरी से परेशान हैं शिवपुर शहबाजगंज के लोग
गुलरिया थाने की भौगोलिक स्थिति की बात की जाए तो शिवपुर शहबाजगंज के चारों तरफ शाहपुर थाना क्षेत्र लगता है। लेकिन बीच में शिवपुर शहबाजगंज गुलरिहा थाना क्षेत्र में आता है, जिसकी दूरी लगभग सात किलोमीटर है। वहीं शाहपुर थाने की दूरी महज दो और पादरी बाजार पुलिस चौकी की दूरी आधा किलोमीटर है। कोई भी घटना होने पर लोगों को काफी चक्कर लगाना पड़ता है। पुलिस की चौपाल में लोग थाना क्षेत्र बदलने की मांग भी कर चुके हैं।


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