कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल, जौहर विवि में जांच के लिए कोतवाली पुलिस ने मांगा सर्च वारंट
आजम खां का ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर विश्वविद्यालय इस समय सुर्खियों में बना हुआ है। उनके विवि में कई दिन से चोरी किए सामान बरामद हो रहे हैं। अब और सामान चोरी का बरामद करने के लिए कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर सत्यवीर सिंह ने एमपी-एमएलए कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर विवि में सर्च अभियान चलाने के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया है। प्रार्थना पत्र पर सुनवाई हो गई है। अब इस मामले में शुक्रवार को सर्ज वारंट मिलने की उम्मीद है।
सपा सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और मौजूदा विधायक सपा शासनकाल में अजीमनगर थाना क्षेत्र में बच्चों को तालीम दिलाने के लिए जौहर विश्वविद्यालय बनवाया था। जिसमें बच्चे तालीम हासिल कर रहे हैं, लेकिन सपा सरकार जाने के बाद सूबे में आई भाजपा सरकार ने आजम खां को चारों ओर से घेरना शुरूकर दिया था।
किसानों की जमीन कब्जाने से लेकर लूटपाट, बकरी चोर, भैंस चोर के करीब 100 से अधिक मुकदमें दर्ज हुए थे। जिसके चलते करीब 27 माह आजम खां जेल में रहकर आए, लेकिन उसके बाद भी मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं। शत्रु संपत्ति के अलावा आय से अधिक संपत्ति मामले में ईडी ने घेराबंदी कर रखी है। रोजाना उनके करीबियों से पूछताछ की जा रही है।
कुछ रोज पहले आजम खां के दिल्ली में भर्ती होने के कारण उनको देखने के लिए अखिलेश यादव आए थे। जिसमें जुआ खेलने वाले आरोपी सालिम और अनवार भी बैठे थे। उसके बाद पुलिस ने घेराबंदी करके दोनों को पकड़ लिया था। उसके बाद उनकी निशानदेही पर सबसे पहले जौहर विवि में खुदाई करके प्रयागराज कुंभ मेले से लाई गई क्लीनिंग मशीन को बरामद किया था। फिर तो पुलिस परत दर परत जितनी अंदर जाती रही, चोरी का सामान बरामद होता रहा।
सोमवार से लेकर गुरुवार तक पुलिस ने मदरसा आलिया से चोरी हुई किताबें, कुरान, रामायण के अलावा चोरी की अलमारियां बरामद कीं, लेकिन उसके बाद भी पुलिस यहां पर नहीं रुकी। कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर सत्यवीर सिंह ने जौहर विवि में सर्च अभियान चलाने के लिए एमपी-एमएलए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल किया। जिस पर कोर्ट ने सुनवाई कर ली है। अब शुक्रवार को इसमें फैसला आ सकता है।
न्यूज़ क्रेडिट : amritvichar