मेरठ न्यूज़: केंद्र सरकार की योजना उड़े देश का आम नागरिक, क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) के तहत मेरठ का चयन पूर्व में हो चुका है. जूम एयरलाइंस का चयन भी हुआ लेकिन कुछ अपरिहार्य कारणों से सेवा प्रारंभ नहीं हो सकी. इसके लिए 1500 मीटर की हवाई पट्टी तैयार है. हवाई पट्टी की जद में आ रही जमीन भी करीब एक दशक से रिजर्व है ताकि हवाई मानकों का पालन हो सके. अब एक बार फिर आरसीएस के तहत मेरठ से हवाई उड़ान की उम्मीद जगी है.
उम्मीद है कि 2023 में मेरठ आजादी के बाद से अछूते रहे हवाई सेक्टर में प्रवेश कर जाएगा. बड़े विमान न सही, लेकिन छोटे विमानों का उड़ान शुरू होने की उम्मीद है. अपना मेरठ हवाई क्षेत्र में भी प्रवेश कर जाएगा. वर्ष 2008 में पहली बार तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने मेरठ से हवाई उड़ान की संभावनाओं को देखते हुए डा.भीमराव अंबेडकर हवाई पट्टी के विस्तारीकरण की कार्रवाई की थी. अब हवाई पट्टी विस्तारीकरण की कवायद के 15 साल बाद उम्मीद जगी है कि 2023 में मेरठ से 72 सीटर विमान उड़ाने की शुरुआत हो जाए. राज्यसभा में इसकी मांग राज्यसभा सांसद डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने की है. उनका दावा है कि अगले छह माह में मेरठ से हवाई उड़ान पर बड़ा फैसला होगा.
खेल विश्वविद्यालय का काम भी हो जाएगा शुरू: शिक्षा के क्षेत्र में वर्ष 2023 मेरठ के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होगा. मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास हो चुका है. चार पद भी स्वीकृत हो चुके हैं. 2023 में मेरठ देश के मानचित्र पर प्रदेश के पहले राज्य खेल विश्वविद्यालय से जुड़ जाएगा. यह मेरठ के लिए बड़ी उपलब्धि होगी. शिक्षा के क्षेत्र में 2023 में काफी बदलाव की उम्मीद है. चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय को ए प्लस नैक ग्रेडिंग मिलने की उम्मीद है. साथ ही मेरठ में दो और निजी विश्वविद्यालय को अनुमति मिल जाएगी. इन दोनों विश्वविद्यालयों का मामला पाइपलाइन में है. इसके साथ मेरठ में कॉलेज ऑफ शुगरकेन टेक्नोलॉजी की शुरुआत होने की उम्मीद है. इस तरह उच्च शिक्षा के क्षेत्र में 2023 काफी बेहतर होने की उम्मीद है.