गाजियाबाद न्यूज़: आयुष्मान योजना के तहत अंत्योदय कार्ड धारकों के 95 फीसदी कार्ड बने है. इसके कारण अंत्योदय गोल्डन कार्ड बनाने में गाजियाबाद पहले स्थान पर आ गया है. हालांकि आयुष्मान कार्ड बनाने में जिले का स्थान 73वें स्थान पर है. कार्ड धारकों को लाभ पहुंचाने को विभाग की ओर से निजी अस्पतालों को पैनल में जोड़ने की कवायद जारी है. 56 अस्पताल पैनल में शामिल हो चुके हैं.
गाजियाबाद जिले में कुल लाभार्थियों की संख्या 7.74 लाख है. अब तक स्वास्थ्य विभाग ने कुल 2.05 लाख गोल्डन कार्ड बनाए हैं. लेकिन कार्ड बनाने की गति बेहद धीमी होने की वजह से गाजियाबाद रैंकिंग में लगातार गिरावट आ रही है. गाजियाबाद की रैंकिंग 62वें नंबर से 73वें पायदान पर है. लेकिन अच्छी खबर यह है कि 8,821 कार्ड धारक परिवारों के 31,093 के सापेक्ष 22,797 कार्ड बनाए जा चुके हैं. इससे प्रदेश में अंत्योदय गोल्डन कार्ड बनाने में गाजियाबाद अव्वल नंबर पर है. आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभार्थी परिवार को हर साल पांच लाख रुपए तक उपचार मिलने का प्रावधान है.
56 अस्पताल पैनल में शामिल योजना से अब तक 56 अस्पताल जुड़ चुके हैं. इनमें हाल ही में 9 नए निजी अस्पताल शामिल हुए हैं. इनमें यूपी स्टोन, देव आई, डेंटल पार्क, खत्री नर्सिंग होम, जीवन अनमोल अस्पताल, उत्तम अस्पताल, साई संजीवनी और यशोदा अस्पताल को आयुष्मान भारत के तहत इलाज करने की अनुमति मिली हैं
26.58 प्रतिशत बनें कार्ड
वर्ष 2011 में निर्धारित सूची के मुताब़िक जिले में 1,66,124 लाभार्थी परिवार हैं. जिले में 7,74,998 लाभार्थियों की गोल्डन कार्ड बनने है. लेकिन अब तक जिले में 2,05,995 लाभार्थियों के ही गोल्डन कार्ड बन पाए हैं. जिले में कुल 26.58 ़फीसदी कार्ड ही बने हैं.
योजना के तहत अंत्योदय गोल्डन कार्ड बनाने में जिले को प्रथम स्थान मिला है. इसमें स्वास्थ्यकर्मियों का विशेष योगदान रहा है. - डॉक्टर भवतोष शंखधर, सीएमओ, गाजियाबाद