एंटी करप्शन ब्यूरो ने रिश्वत लेते जीएसटी के अधिकारी समेत तीन पकड़े
स्टेट गुड्स एवं सर्विस टैक्स विभाग के ईटीओ समेत तीन गिरफ्तार
नोएडा: एंटी करप्शन ब्यूरो ने गाड़ी छोड़ने की एवज में पांच लाख हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए एसजीएसटी (स्टेट गुड्स एवं सर्विस टैक्स) विभाग के ईटीओ (आबकारी एवं कराधान अधिकारी) समेत तीन को गिरफ्तार कर किया है.
एंटी करप्शन ब्यूरो को सूचना मिली थी कि सीजीएसटी विभाग ने कुछ दिन पहले ट्रांसपोर्ट कंपनी की गाड़ी जब्त की थी. इस गाड़ी को छोड़ने के लिए ईटीओ भारत भूषण द्वारा पांच लाख हजार रुपये की मांग की जा रही है. कंपनी के अधिकारी मनोज से शिकायत मिलने के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम सक्रिय हो गई. रिश्वतखोर अधिकारियों को पकड़ने के लिए ब्यूरो की टीम ने रिश्वत की रकम पावडर से रंग कर दे दी. तय योजना के तहत कंपनी अधिकारी ने सेक्टर-12 पहुंचकर दलाल चुन्नी लाल के माध्यम से सीजीएसटी विभाग के चपरासी मनोज फौजी को पांच लाख हजार रुपये दे दिए. रुपये देने के बाद एसीपी इंस्पेक्टर राजकुमार की टीम ने दोनों को रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया. चपरासी ने एसीबी को बताया कि रिश्वत की यह रकम ईटीओ के कहने पर ली है. इसके बाद ब्यूरो ने विभाग के ईटीओ भारत भूषण को भी गिरफ्तार कर लिया.
अवैध निर्माण के आरोप में तीन पर केस दर्ज: अवैध निर्माण के आरोप में आवास एवं विकास परिषद (आविप) ने महिला समेत तीन लोगों के खिलाफ थाना इंदिरापुरम में रिपोर्ट दर्ज कराई है. अवर अभियंता रामकृष्ण गुप्ता ने तीन अलग-अलग मामलों में शिकायत दी थी. उनके मुताबिक महिला वसुंधरा सेक्टर-10 में सुमनलता, वसुंधरा सेक्टर-पांच में सुरेंद्र नाथ नंदा और वाईके चंद्रा अपने भूखंड पर स्वीकृत मानचित्र के विपरीत निर्माण करा रहे थे. नोटिस देने और सीलिंग की कार्रवाई के बाद भी अवैध निर्माण का कार्य जारी रहा.