नाराज़ युवक ने आईजी ऑफिस के बाहर किया सुसाइड का प्रयास

आईजी की नजर व्यक्ति पर पड़ गई और उन्होंने ऐन मौके पर उसे बचा लिया

Update: 2024-03-06 07:25 GMT

मुरादाबाद: सिविल लाइन पुलिस की फटकार और कार्यशाली से नाराज एक व्यक्ति ने आईजी ऑफिस के बाहर रात को ज्वलनशील पदार्थ अपने ऊपर उड़ेलकर सुसाइड का प्रयास किया. इस दौरान अपने आवास से बाहर निकल रहे आईजी की नजर व्यक्ति पर पड़ गई और उन्होंने ऐन मौके पर उसे बचा लिया. हालांकि ज्वलनशील पदार्थ पीने के कारण उसे अस्पताल भेजा गया. फिलहाल मामले में छानबीन शुरू की गई है.

संजय नगर निवासी अनिल कुमार का छोटे भाई से विवाद है. अनिल का आरोप है कि भाई और उसके बच्चे लगातार उन्हें परेशान कर रहे हैं. मामले में सिविल लाइन पुलिस को शिकायत दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की. अनिल का आरोप था कि उन्हें थाने से फटकार लगाकर भगा दिया गया था. इसी बात से नाराज हो रात करीब 8.30 बजे अनिल मेरठ रेंज के आईजी नचिकेता झा के आवास के बाहर पहुंचा और वहां खुद पर ज्वलनशील पदार्थ उड़ेलकर कुछ ज्वलनशील पदार्थ पी भी लिया. अनिल ने खुद को आग लगाने का प्रयास किया. इसी दौरान आईजी अपने काफिले के साथ आवास से बाहर निकल रहे थे. आईजी की नजर अनिल पर पड़ गई और वह मामला भांप गए. आईजी ने गाड़ी रुकवा कर अनिल को अपनी टीम के साथ मिलकर बचा लिया. सिविल लाइन पुलिस और सीओ सिविल लाइन को बुलाया गया. फिलहाल अनिल की हालत खतरे से बाहर है. फिलहाल इस मामले में पुलिस जांच में लगी है.

अनिल नाम का एक व्यक्ति रात आईजी ऑफिस पहुंचा था, जहां से उन्हें सीओ सिविल लाइन ने अस्पताल पहुंचाया है. अनिल को उसके भाई और बच्चे परेशान करते हैं. मामले की जानकारी की जा रही है -रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी मेरठ.

इंस्पेक्टर सिविल लाइन ने नहीं उठाया सीयूजी: कई थानेदार अपनी लापरवाही के चलते इन दिनों चर्चाओं में है. कोई इंस्पेक्टर एनकाउंटर से ठीक पहले थाने का चार्ज छोड़कर लापता हो जाता है, जबकि कई थानेदारों की लापरवाहियां बड़े स्तर पर सामने आ रही हैं. ऐसे में हाल फिलहाल में कई पुलिसकर्मियों पर गाज भी गिरी है. आईजी ऑफिस के बाहर पीड़ित के सुसाइड के प्रयास की घटना के बाद सिविल लाइन इंस्पेक्टर ने भी सीयूजी नंबर उठाना बंद कर दिया. देर रात तक उन्होंने किसी के फोन नहीं उठाए.

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