लगातार जारी बाघ के हमले से नाराज मझरा पूरब के ग्रामीणों ने ढखेरवा-बिछिया मार्ग पर शव रखकर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंचे रेंजर का घेराव कर जमकर प्रदर्शन किया और उनकी गाड़ी पंचर कर दी। इससे वन विभाग के लोगों में हड़कंप मच गया।
ग्रामीणों का कहना था कि वन विभाग की लापरवाही से मझरा पूरब क्षेत्र में बाघ लगातार हमला कर लोगों को निवाला बना रहा है, लेकिन व न विभाग सिर्फ झूठे आश्वासन ही दे रहा है। उन्हें रुपये नहीं चाहिए। हिसंक वन्य जीवों से सुरक्षा की गारंटी चाहिए। सूचना पर पहुंचे बहराइच डीएफओ और पुलिस ने लोगों को किसी तरह से समझा बुझाकर शांत कराया।
मझरा पूरब क्षेत्र में बाघ का हमला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन बाघ हमला कर लोगों को मौत के घाट उतार रहा है। दो साल के भीतर इस क्षेत्र में बाघ 27 लोगों को निवाला बना चुका है। लोग खेतों की तरफ नहीं जा रहे थे। करीब तीन महीने पहले बाघ और बाघिन के पकड़े जाने के बाद से लोगों ने राहत की सांस ली थी और उनमें दहशत कुछ कम हुई थी।
सोमवार को घास काटने गए गांव पारसपुरवा निवासी 19 वर्षीय चंदन पर हमला कर दिया और उसे अपना निवाला बना डाला था। सोमवार की देर शाम तलाश के दौरान उसका गन्ने के खेत में अधखाया शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई थी। गुस्साए बड़ी संख्या में ग्रामीण ढखेरवा-बिछिया मार्ग पर पहुंच गए और जाम लगाकर वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। जाम और प्रदर्शन की सूचना पर एसडीएम निघासन संजय कुमार, सीओ संजय नाथ तिवारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए और लोगों को समझाकर उन्हें हटाने की कोशिश करने लगे।
इसी बीच धौरहरा रेंजर गजेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों का गुस्सा उन पर फूट पड़ा। पुलिस ने किसी तरह से लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया। इस दौरान कुछ लोगों ने उनकी जीप का पहिया पंचर कर दिया। पुलिस ने जैसे तैसे लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया।
सूचना पर बहराइच डीएफओ आकाश वधावन भी आ गए। उन्होंने ग्रामीणों से वार्ता की। ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें मुआवजा नहीं चाहिए। हिंसक वन्य जीवों से सुरक्षा मिलनी चाहिए। बाघ क्षेत्र में लगातार इंसानों को मार कर खा रहा है। विभाग मुआवजा देकर और झूठे आश्वासन दे देता है।
डीएफओ ने कहा कि बाघ को पकड़ने के लिए दो पिंजड़े मंगवाए गए हैं, उन्हें लोकेशन ट्रेस कर लगाया जा रहा है। उन्होंने मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपये की सरकारी सहायता, तीन बीघा जमीन का पट्टा देने का आश्वासन दिया। तब जाकर ग्रामीण माने और शव उठाने दिया। बवाल के चलते पुलिस रात करीब एक बजे पंचायतनामा भरकर शव जिला मुख्यालय भेज सकी।
डीएफओ ने बताया कि टीम लगाई गई है, जो लगातार बाघ की निगरानी कर रही है। बहराइच से मंगवाए गए दो पिंजड़े भी लगाए गए हैं। जल्द ही बाघ को पकड़ लिया जाएगा।
न्यूज़क्रेडिट: amritvichar