आगरा: छेड़छाड़ पीड़िता की खुदकुशी के चलते जगनेर के गांव खेड़ा नौनी में तनावपूर्ण माहौल रहा. आक्रोशित परिजन आरोपियों के खिलाफ मुकदमे की मांग पर अड़ गए. तीन घंटे तक युवती का शव रखकर प्रदर्शन किया. बाद में खुदकुशी के लिए दुष्प्रेरित करने की धारा का मुकदमा दर्ज होने और इसकी प्रति मिलने पर ही परिजन दाह संस्कार के लिए तैयार हुए. रात में पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार हुआ.
गांव खेड़ा नौनी में छेड़छाड़ पीड़िता का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला था. मौके पर एक सुसाइड नोट भी मिला था. गांव के सौरभ ने घर में घुसकर युवती के साथ छेड़छाड़ की थी. 26 फरवरी को सौरभ के खिलाफ घर में घुसकर छेड़छाड़ और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज हुआ था. पीड़िता के कोर्ट में बयान दर्ज हुए थे. पीड़िता ने आरोपों की पुष्टि भी की थी. जबकि पुलिस आरोपित को पकड़ नहीं रही थी. आरोप है कि आरोपित के परिजन धमकी दे रहे थे. इसी से क्षुब्ध होकर युवती ने खुदकुशी कर ली थी.
डॉक्टरों के पैनल से शव का पोस्टमार्टम कराया गया. वीडियोग्राफी की गई. परिजन शाम करीब साढ़े पांच बजे शव लेकर गांव पहुंचे. परिजनों ने अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया. पुलिस को कठघरे में खड़ा किया. साफ कह दिया कि पहले मुकदमा लिखा जाएगा, उसके बाद अंतिम संस्कार होगा. पुलिस ने आनन-फानन में पांच लोगों के खिलाफ खुदकुशी के लिए दुष्प्रेरित करने का मुकदमा लिखा गया. इसकी प्रति मिलने के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए.
धमकाया और बदनाम किया था युवती के पिता ने मुकदमे में लिखाया है कि सौरभ ने उनकी बेटी के साथ गंदी हरकत की थी. आरोपित के पिता होतम, चाचा शिवकुमार, जगदीश और दीवान मुकदमा वापसी के लिए धमका रहे थे. बेटी को गांव में बदनाम कर रहे थे.
युवती के पिता की तहरीर पर मुकदमा लिखा गया है. नामजद आरोपियों के खिलाफ साक्ष्यों के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. थाना पुलिस ने छेड़छाड़ के मुकदमे की जानकारी पहले नहीं दी थी. खुदकुशी के बाद मामला संज्ञान में आया.
सोनम कुमार, डीसीपी पश्चिम