गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत प्रदेश के 10 शहर चयनित हैं और इसके साथ ही गोरखपुर समेत सात महानगरों को राज्य स्मार्ट सिटी में शामिल किया गया है। मुख्यमंत्री योगी ने मंगलवार को गोरखपुर नगर निगम परिसर में आयोजित समारोह में 279 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली 282 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए स्मार्ट सिटी के साथ लाेगों से स्मार्ट बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि राज्य स्मार्ट सिटी में शामिल होने के बाद गोरखपुर में तेजी से हो रहे बदलाव, विकास को भी सभी लोग महसूस कर रहे हैं। योगी ने कहा, "स्मार्ट सिटी की सार्थकता तभी होगी, जब हम भी स्वच्छता को बढ़ाकर विकास कार्यों को संजोकर स्मार्ट बनें।" उन्होंने नगर निगम की 215.97 करोड़ रुपये की लागत वाली 228 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। इसी समारोह में मुख्यमंत्री के हाथों गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) के 62.84 करोड़ रुपये के 54 विकास कार्यों का भी शिलान्यास हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी को दीपावली की मंगलकामना करते हुए कहा कि नए परिसीमन से महानगर में 80 वार्ड बनेंगे। उन्होंने कहा कि लोकार्पण व शिलान्यास वाली परियोजनाओं से हर वार्ड को कुछ न कुछ विकास की सौगात मिलेगी।
योगी ने नगर निगम, जीडीए व जिला प्रशासन की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन तीनों के द्वारा मिलकर बनाई गई व्यवस्था से अतिवृष्टि में महानगर क्षेत्र में बहुत दिक्कत नहीं आई। लगातार 12 घंटे बारिश होने के बाद भी जल निकासी की व्यवस्था अच्छी रही। आज जिन परियोजनाओं को शुरू किया जा रहा है वे आने वाले दिनों में जल निकासी के लिए और महत्वपूर्ण साबित होने जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब अच्छे लोग चुने जाते हैं तो विकास ईमानदारी से होता है। ईमानदारी पूर्वक विकास के लिए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है 'सबका साथ सबका विकास।' पांच सालों में गोरखपुर के लोगों ने यहां का कायाकल्प होते देखा है। बेहतरीन सड़कें, जल निकासी की सुविधा, विश्वस्तरीय एम्स, खाद कारखाने का संचालन, फिल्मों की शूटिंग व पर्यटन का शानदार केंद्र रामगढ़ताल एवं सुंदरीकृत धर्मस्थल इस कायाकल्प की बानगी हैं। यहां जीव जगत की जीवंतता का अहसास कराने वाला चिड़ियाघर है तो संस्कृति कर्मियों के लिए भव्य प्रेक्षागृह भी। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में वह सब कुछ है जो किसी विकसित शहर में चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले इसी नगर निगम में उन्हें धरना देने आना पड़ता था, लेकिन आज यहां विकास कार्यों की तस्वीर रची जाती है। पांच वर्ष पूर्व तक गोरखपुर शहर बुनियादी सुविधाओं को तरस रहा था। न तो अच्छी सड़कें थीं और न ही बिजली व सफाई की व्यवस्था थी। विकास कार्यों से स्थिति अब पूरी तरह बदल चुकी है। अब तो गोरखपुर 12 घंटे की बारिश में भी परेशान नहीं होता। उन्होंने कहा कि गोड़धोईया नाले की परियोजना पूर्ण होते ही महानगर में एक बूंद पानी भी नहीं लगेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास की अनेक योजनाओं ने गोरखपुर को नई पहचान दी है। गोरखपुर तेजी से आगे बढ़ा तो इसकी तस्वीर बदली है। लोगों की इसके प्रति धारणा बदली है। लोग यहां आकर और यहां का सुंदरीकरण देखकर, जगमगाती लाइटें देखकर, चौराहों पर सीसी कैमरे देखकर अभिभूत होते हैं। अब जनमानस की जिम्मेदारी है कि ये पहचान, इस शहर की छवि धूमिल न हो और विकास कार्य बाधित न हों। विकास कार्यों व इसे संजोए रखने में सबको भागीदारी निभानी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर नगर निगम को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा से आगे बढ़ना है। इसमें जनसहभागिता भी जरूरी है। सभी नागरिकों को संकल्प लेना होगा कि हम सड़क पर या नाली में कूड़ा नहीं फेकेंगे, स्वच्छता पर ध्यान देंगे, सरकारी जमीनों व सड़क, नालियों पर कब्जा नहीं करेंगे, लाइटों को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कार्यों के मानक व गुणवत्ता पर अंगुली उठाने का अवसर किसी को नहीं मिलना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि सभी लोग मिलकर वार्डों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाएं। कहीं कूड़े का तिनका भी न दिखे। मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए छिड़काव किया जाए। नए वार्डों को स्वागत के लिए विशेष रूप से सजाया जाए। इंसेफेलाइटिस नियंत्रण में जो पुरुषार्थ व परिश्रम किया गया उसकी निरंतरता दैनिक जीवन में भी दिखनी चाहिए। लोकार्पण व शिलान्यास समारोह के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सफाईकर्मियों व अन्य कर्मचारियों को सम्मानित करने के साथ विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को मंच पर प्रमाण पत्र प्रदान किया। समारोह को सांसद रविकिशन शुक्ल, महापौर सीताराम जायसवाल ने भी संबोधित किया।