इलाहाबाद न्यूज़: एसडीएम ज्योति मौर्या और उसके पति आलोक मौर्य के मध्य विवाद के बाद पारिवारिक अदालत में ज्योति की ओर से तलाक का मुकदमा दाखिल किया गया है. इस मुकदमे में आलोक अपने अधिवक्ता के साथ हाजिर हुआ. कोर्ट से आलोक मौर्य ने अनुरोध किया कि उसे ज्योति की ओर से पेश किए गए मुकदमे में जारी किया गया नोटिस प्राप्त हुआ है. उसे मुकदमे की प्रतियां दिलाई जाएं ताकि वह न्यायालय के समक्ष जवाब प्रस्तुत कर सके. प्रमुख न्यायाधीश ने आलोक की ओर से पेश किए गए प्रार्थना पत्र एवं उसके साथ संलग्न किए गए पहचान पत्र का अवलोकन करने के पश्चात पेशकार को आदेश दिया कि मुकदमे की प्रति उपलब्ध कराई जाए. फैमिली कोर्ट के बाहर मीडिया से बातचीत में आलोक मौर्य ने कहा कि बच्चों के लिए वह अपनी पत्नी ज्योति मौर्या के साथ समझौते के लिए तैयार हैं. उन्होंने ज्योति की ओर से धूमनगंज थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर को फर्जी बताया और कहा कि डीजी की कमेटी के सामने उनका बयान हो चुका है, सच्चाई खुलने जा रही है.
धूमनगंज थाने में दर्ज मुकदमा फर्जी है, उसकी भी जांच चल रही है सच्चाई बहुत जल्द सामने आ जाएगी. कहा कि ज्योति मौर्या ने झूठ बोलकर विवाह किए जाने का जो आरोप लगाया है वह झूठा है. 2009 में ज्योति की ओर से उनके विभाग को लिखा गया एक पत्र उनके पास है, जिसे वह कोर्ट में प्रस्तुत करेंगे तो सच्चाई खुद ब खुद सामने आ जाएगी. कहा कि दहेज उत्पीड़न का आरोप सरासर फर्जी है, हम लोगों ने कहीं किसी पैसे की मांग नहीं की है. आलोक ने कहा कि ज्योति को वह पत्नी कम दोस्त समझते थे और आज भी समझते हैं. बच्चों के लिए वह माफी मांगने को भी तैयार हैं.