20 बकायेदारों का आवंटन होगा निरस्त, निरस्त होने वाले भूखंड योजना में शामिल होंगे
नोएडा न्यूज़: ग्रेनो प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने समीक्षा बैठक की. इसमें पानी के बिल से जुड़े मसलों को हल करने एवं आवासीय भूखंड योजना के सफल आवेदकों को अगले सप्ताह तक आवंटन पत्र करने के लिए कहा है. वहीं, टॉप-20 बकायेदारों का आवंटन निरस्त करने के निर्देश दिए.
ग्रेनो प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने जल विभाग की समीक्षा की. सीईओ ने सभी आवंटियों को ऑनलाइन ही बिल भेजने के निर्देष दिए. प्राधिकरण की तरफ से करीब 45 हजार पानी बिल जारी किए जाते हैं. सभी आवंटियों को ऑनलाइन ही पानी के बिल उपलब्ध कराए जाएंगे. सीईओ ने कहा कि आवंटियों के ई-मेल और मोबाइल नंबर अपडेट कर ई-मेल और मैसेज के जरिए भेजे जाएं. सीईओ ने पानी के बिल से जुडे़ विवादों को खत्म करने के लिए पॉलिसी बनाने के निर्देश दिए हैं. इसके लिए शीघ्र ही एसीईओ स्तर की समिति बनाई जा सकती है. सीईओ की मंशा है कि पानी के बिल को लेकर किसी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए.
निरस्त होने वाले भूखंड योजना में शामिल होंगे सीईओ ने आवासीय संपत्ति विभाग की समीक्षा की. बीते दिनों 166 आवासीय भूखंडों की स्कीम में नीलामी के जरिये भूखंड आवंटित हुए थे. सीईओ ने सफल आवंटियों को अगले सप्ताह तक आवंटन पत्र जारी करने के निर्देश दिए हैं. सीईओ ने टॉप-20 बकाएदारों के आवंटन तत्काल निरस्त करने और उन भूखंडों को स्कीम में शामिल कर नए सिरे से आवंटित करने के निर्देश दिए. बैठक में एसीईओ मेधा रूपम, एसीईओ अमनदीप डुली, एसीईओ आनंद वर्धन, ओएसडी हिमांशु वर्मा, जीएम आरके देव, प्रभारी वरिष्ठ प्रबंधक चेतराम, प्रबंधक केएम चौधरी आदि मौजूद रहे.
40 हजार करोड़ रुपये के निवेश लक्ष्य को हासिल करेंगे शासन ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को 40 हजार करोड़ रुपये के निवेश के साथ ग्राउंड ब्रेक्रिंग सेरेमनी में हिस्सा लेने का लक्ष्य दिया है. सीईओ की अगुवाई में प्राधिकरण इस लक्ष्य को पाने की पूरी कोशिश कर रहा है. समीक्षा बैठक में औद्योगिक, वाणिज्यिक, बिल्डर, संस्थागत और आईटी विभाग के अधिकारी शामिल हुए.
एमओयू को तीन श्रेणी में बांटा
सीईओ ने प्राधिकरण के साथ हुए एमओयू को तीन श्रेणी में बांटा है. पहली श्रेणी में वे निवेशक हैं, जिनको भूखंड दे दिए गए हैं. सीईओ ने इन आवंटियों की आवंटन प्रक्रिया को तत्काल पूरा कराकर लीज डीड कराने और नक्शा पास कराने तक की प्रक्रिया पूरी करा लेने के निर्देश दिए. दूसरी श्रेणी में वे निवेशक हैं, जो अपनी इकाई का विस्तार कर रहे हैं. उनका भी मौके पर काम शुरू कराने का लक्ष्य दिया है. तीसरी श्रेणी में वे निवेशक हैं, जो ग्रेटर नोएडा में निवेश के लिए आतुर हैं, लेकिन उनको अभी तक भूखंड नहीं मिला है. सीईओ ने ग्राउंड ब्रेक्रिंग सेरेमनी से पहले इन निवेशकों के लिए भी स्कीम लाकर भूखंड आवंटन करने और नक्शा स्वीकृति तक की प्रक्रिया पूरी कराने के निर्देश दिए हैं.