Allahabad: युवती को डिजिटल अरेस्ट कर 3.57 लाख ठगे
ठगी का पता चला तो कैंट थाने में केस दर्ज कराया
इलाहाबाद: कैंट इलाके में एक युवती को डिजिटल अरेस्ट कर तीन लाख 57 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. साइबर अपराधियों ने युवती को पार्सल के जरिए मादक पदार्थ की तस्करी के आरोप में केस दर्ज होने का हवाला देकर तत्काल गिरफ्तारी का डर दिखाया और फिर उससे लाखों रुपये अपने खातों में ट्रांसफर करा ली. ठगी का पता चला तो कैंट थाने में केस दर्ज कराया है.
म्योर रोड स्थित एक अपार्टमेंट में रहने वाली युवती जयपुर की एक निजी कंपनी में काम करती है. वह यहां अपने पिता से मिलने आई थी. तीन को उसके पास एक अंजान नंबर से कॉल आई. कॉलर ने कहा कि वह एक कोरियर कंपनी से बोल रहा है. अपने जो पार्सल भेजा था, वह कैंसिल हो गया. इस संबंध में मुंबई में एफआईआर दर्ज हुई है. शातिरों ने एफआईआर नंबर भी बताया. बताया कि इस संबंध में मुंबई क्राइम ब्रांच आपसे बात करेगी. इसके बाद नंबर आगे बढ़ा दिया. इसके बाद शातिरों ने स्काइप एप डाउनलोड कराकर युवती की मुंबई क्राइम ब्रांच के नकली अधिकारी से बात कराई और डिजिटल हाउस अरेस्ट का झांसा देकर पीड़िता से तीन बार में कुल 3,57,685 रुपये अपने खातों में ट्रांसफर करा लिए. जब युवती को साइबर ठगी का पता चला तो ऑनलाइन साइबर हेल्प लाइन पर शिकायत दर्ज कराई है. कैंट पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही है. कैंट पुलिस के मुताबिक आरोपियों के बैंक खाते की डिटेल खंगाली जा रही है.
बेली अस्पताल की डॉक्टर से ठगी: बेली अस्पताल में तैनात वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.भावना शर्मा से साइबर ठगी का मामला सामने आया है. शातिरों ने रिवार्ड प्वाइंट कैश करने का लिंक भेजकर उनके खाते से 44.5 हजार रुपये उड़ा दिए. पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही है.
शातिरों ने चिकित्सक को एक बैंक के रिवार्ड प्वाइंट कैश करने का लिंक भेजा. उस लिंक से एप खुल गया. इसके बाद शातिरों ने डॉक्टर से ओटीपी पूछा. डॉक्टर ने ध्यान नहीं दिया और ओटीपी बता दिया. इसके बाद उनके खाते से 44500 रुपये निकल गए. खाते से रकम निकलने के बाद डॉक्टर को ठगी का पता चला तो उन्होंने पुलिस से मामले की शिकायत की.