Allahabad: नकली नोट छापने के खुलासे ने खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हुए
नकली नोट मामले में मदरसे के ओडिशा कनेक्शन की तलाश
इलाहाबाद: अतरसुइया के मदरसा जामिया हबीबिया में नकली नोट छापने के खुलासे ने खुफिया एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं. इस गिरोह के चार सदस्यों के गिरफ्तारी के बाद आईबी टीम मदरसा पहुंची और जांच शुरू कर दी. इस मामले में मदरसा के कार्यवाहक प्रिंसिपल मौलवी मोहम्मद तफसीरुल और गिरोह के सरगना जाहिर खान उर्फ जाहिर के बारे में जानकारी जुटाई.
जाहिर खान मदरसा में ही आलिम का छात्र है और मूलरूप से ओडिशा का रहने वाला है, ऐसे में एजेंसी उसके मूल निवास स्थान और परिवार के बारे में भी जानकारी जुटाने में लग गई हैं.स्टेट इंटेलिजेंस और एलआईयू की टीमों ने भी मदरसा पहुंचकर पूछताछ की. जांच एजेंसियों ने मदरसा के अन्य उस्तादों (टीचरों) और पढ़ने वालों के भी बयान दर्ज किए. पूछताछ में मदरसा कर्मियों ने यही बयान दिया कि जिस कमरे में नोटों की छपाई होती थी वहां किसी दूसरे के जाने की मनाही थी. मदरसे से जुड़े लोगों का कहना है कि नकली नोट मदरसे में छप रहे हैं, इसकी उन्हें जानकारी नहीं थी.
आरोपियों को रिमांड पर लेने की तैयारी: अब पुलिस एक दो दिनों में कोर्ट से इन चारों आरोपियों की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने की तैयारी में जुटी है. इन आरोपियों से पूछताछ के बाद ही तस्वीर साफ होगी कि जाली नोटों का यह काम स्थानीय स्तर पर हो रहा था या इसके तार किसी बड़े रैकेट से जुड़े हैं. अगर इनके पास से बरामद कागज असली नोटों के निकले तो आरोपियों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई भी की जाएगी.