Allahabad: स्वास्थ्य विभाग का चिकित्सा में लापरवाही करने वाले अस्पताल पर छापा पड़ा

सभी अस्पताल बिना पंजीकरण के संचालित मि

Update: 2024-08-21 03:44 GMT

इलाहाबाद: स्वास्थ्य विभाग के नियम और कायदों को धता बताते हुए शहर में सैकड़ों की संख्या में निजी अस्पताल बिना पंजीकरण के चल रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने चिकित्सा में लापरवाही बरतने वाले अस्पताल समेत आधा दर्जन अस्पतालों में छापेमारी की. लगभग सभी अस्पताल बिना पंजीकरण के संचालित मिले. ऐसे में विभाग ने सभी को नोटिस जारी किया है.

स्वास्थ्य विभाग में झोलाछाप नोडल अधिक एसीएमओ डॉ. दिनेश खत्री ने ताबड़तोड़ झोलाछाप और बिना पंजकीकरण के संचालित अस्पतालों पर कार्रवाई कर रहे हैं. वह क्वार्सी बाईपास स्थित लार्ड कृष्णा हास्पिटल पर पहुंचे. जहां वार्ड से लेकर ओटी तक ढेर सारी कमियां मिली. इसी अस्पातल के पीछे संचालित साई हास्पिटल पर भी टीम ने छापेमारी की. यह वहीं अस्पताल है जहां पर तीन-चार दिन पहले सिकंद्राराऊ की एक महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई थी. परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगा कर रात में सड़क जाम कर जमकर हंगामा किया था. यहां पर ओटी और वार्ड में कमियां मिली. इसके बाद टीम ने सदाशिव हास्पिटल, श्री राम हास्पिटल, गंगा राम हास्पिटल और कयामपुर मोड़ पर स्थित हार्दिक हास्पिटल का निरीक्षण किया. वहां भी बहुत कमियां मिली. सभी अस्पताल बिना पंजीकरण के संचालित मिले. एसीएमओ ने कहा कि बिना पंजीकरण के अस्पताल संचालित नहीं होंगे. अगर ऐसा हुआ तो उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

कार्यों की गुणवत्ता की जांच करेंगे अफसर: इगलास तहसील के अन्तर्गत के विभिन्न विकास कार्यों का गति प्रदान करने के लिए डीएम ने ग्राम ताहरपुर में गौशाला, लखटोई के मत्स्य तालाब एवं बेलौठ में जल जीवन मिशन के कार्यों का किया औचक निरीक्षण किया. इस दौरान जलजीवन मिशन के कार्यों की गुणवत्ता जांचने के निर्देश दिए.

डीएम विशाख जी. ने ग्राम बेलौठ में जल जीवन मिशन के कार्यों का निरीक्षण करते हुए उन्होंने कार्यदायी संस्था केपीआईएल द्वारा निर्माणाधीन पम्प हाउस की धीमी प्रगति पर असंतोष प्रकट किया. जल्द ही कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये. मौके पर निर्माण कार्य बन्द पाए जाने पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी जताई. कार्य की गुणवत्ता के संबंध में ग्राम प्रधान की शिकायत पर डीएम ने तकनीकी टीम गठित कर जिला विकास अधिकारी को निर्माण कार्य की गुणवत्ता जांचने के निर्देश दिये. अधिशासी अभियंता जल निगम मोहम्मद इमरान ने बताया कि 262.57 लाख रुपये की लागत से परियोजना का निर्माण कार्य किया जा रहा है. ओवरहैड टैंक की क्षमता 175 किलोलीटर है, कार्य पूर्ण हो चुका है. 460 घरों में संयोजन के सापेक्ष लगभग 120 घरों में पेयजल की आपूर्ति हो रही है. जिस पर डीएम ने सेक्रेटरी की माध्यम से पीएचटीसी संयोजनों का सत्यापन कराने के निर्देश दिये. गोशाला निरीक्षण के दौरान डीएम द्वारा परिसर में समुचित सफाई व्यवस्था नहहीं मिली. निवर्तमान सेक्रेटरी अजीत को इस संबंध में कारण बताओ नोटिस निर्गत करने के निर्देश देते हुए भरण-पोषण के लिए पूलिंग धनराशि कम पाए जाने पर भी असंतोष प्रकट किया गया.

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