Allahabad कैंसर इम्यूनोलाजी और आणविक कार्सिनोजेनेसिस में वर्तमान प्रगति विषय पर दो दिनी कार्यशाला का आगाज हुआ

प्रतिरोधक क्षमता में बदलाव से भी कैंसर की संभावना

Update: 2024-06-01 10:16 GMT

इलाहाबाद: एमएनएनआईटी में जैव प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से कैंसर इम्यूनोलाजी और आणविक कार्सिनोजेनेसिस में वर्तमान प्रगति विषय पर दो दिनी कार्यशाला का आगाज हुआ. अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान (एम्स) रायबरेली के कार्यकारी निदेशक प्रो. अरविंद राजवंशी ने कहा कि इम्यूनो माडुलेशन यानी प्रतिरोधक क्षमता में बदलाव से भी कैंसर की संभावना बढ़ जाती है.

ह्यूमन पैपीलोमा वायरस (एचपीवी), पेट के माइक्रोब्स और जेनेटिक कारण भी कैंसर के जिम्मेदार हैं. एचपीवी सर्वाइकल कैंसर और मुंह के कैंसर के लिए जिम्मेदार है. इसका टीका भी मौजूद है. पुरुषों को भी लगना चाहिए. उन्होंने कहा कि रेडियो आईसोटोप की मदद से स्क्रीनिंग में यह पता लगाया जा सकता है कि कैंसर पर यह दवा कितनी प्रभावी है. एसजीपीजीआई लखनऊ के डॉ. कुलवंत सिंह ने टारगेट इम्यूनोथेरेपी पर बात की.

केजीएमयू के दुर्गेश द्विवेदी आंको इमेजिंग पर व्याख्यान दिया. नेशनल इंस्टीट्यूट आफ इम्यूनोलाजी एनआइआइ के डॉ. अनिल कुमार ने कैंसर की प्रमुख वजहों को बताते हुए कहा है कि इसके लिए पेट के कुछ माइक्रोब्स भी जिम्मेदार होते हैं. कार्यशाला में सीडीआरआई लखनऊ, दिल्ली विश्वविद्यालय, आईआईटी रुड़की के वक्ता भी शामिल हुए.

संघर्ष ही सिखाता है सफलता प्राप्त करना: एमएनएनआईटी के पुरा छात्र संगठन की ओर से अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए एल्युमिनी इंडक्शन प्रोग्राम का शुभारंभ हुआ. मुख्य अतिथि उद्योगपति इं. शैलेन्द्र धमीजा 1989 में इलेक्ट्रिकल से बीटेक की पढ़ाई की. उन्होंने छात्रों को नौकरी चाहने वाले बनने और संघर्ष से न डरने के लिए प्रेरित किया. कहा कि यह संघर्ष ही है, जिससे व्यक्ति वास्तविक जीवन की समस्याओं से सफलता प्राप्त करना सीखता है.

आरआरबी इलाहाबाद के अध्यक्ष इं. अभिजीत सिंह ने राष्ट्रीय महत्व की विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं में अपने योगदान के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि इस संस्थान से निकले छात्र रेलवे में विभिन्न प्रमुख पदों पर कार्यरत हैं और छात्र उनसे बातचीत कर उनके अनुभवों का लाभ उठा सकते हैं. कार्यवाहक निदेशक प्रो. एमएम गोरे ने बताया कि पुरा छात्र संस्थान के मशाल वाहक हैं और पुरा छात्रों की ओर से राष्ट्र और समाज में की गई उनकी उत्कृष्ट सेवा से उनकी मातृ संस्था की भी मान्यता बढ़ती है. इस अवसर पर कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. अवनीश कुमार दुबे, सचिव डॉ. जितेंद्र एन गंगवार, कोषाध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार, इं. विजय कनौजिया आदि मौजूद रहे.

Tags:    

Similar News

-->