Aligarh: एसआईटी की पड़ताल में सीबीसीआईडी में झोल ही झोल मिला
शराब-गांजा लाने की खुलेगी पोल
अलीगढ़: बैनारा फैक्ट्री (जगदीशपुरा) के पास दस हजार वर्ग गज जमीन के मामले की जांच सीबीसीआईडी आगरा सेक्टर को मिली है. सीबीसीआईडी के एडीजी एंटनी देव कुमार आगरा आए. विवादित भूखंड का निरीक्षण किया. वहां जेल में बंद रवि कुशवाह के परिवार की दो महिलाएं मिलीं. उनसे सवाल-जवाब किए. एसआईटी की विवेचना में पड़ताल में सीबीसीआईडी को झोल ही झोल मिले हैं. सीबीसीआईडी की जांच में एसओ आरोपित बना तो गांजा और शराब बरामदगी की फर्द में शामिल टीम भी फंसेगी.
शासन के निर्देश पर आगरा के चर्चित प्रकरण जगदीशपुरा जमीन कांड की विवेचना सीबीसीआईडी आगरा सेक्टर को मिली है. इंस्पेक्टर अनिल प्रताप को विवेचक नियुक्त किया है. एडीजी सीबीसीआईडी एंटनी देव कुमार ने पहले आगरा और मेरठ सेक्टर के बैठक ली. लंबित विवेचनाओं की जानकारी ली. उनके निस्तारण के लिए निर्देशित किया. सूत्रों की मानें तो बैठक के बाद सर्वाधिक चर्चा जगदीशपुरा कांड पर हुई. एडीजी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. विवेचक को निर्देश दिए कि कब क्या हुआ. किसने क्या किया. किस पर क्या आरोप हैं. कौन-कौन बच गया. किसका खेल था. इस पर पूरा होमवर्क किया जाए. पुख्ता साक्ष्य संकलन किया जाए. शराब और गांजा कहां से आया यह भी पता लगाया जाए.
प्रदेशभर में हुई थी पुलिस की किरकिरी: करोड़ों की जमीन पर पुलिस ने कब्जा कराया था. यह मामला जनवरी 24 में तत्कालीन डीजीपी से शिकायत के बाद सुर्खियों में आया था. अगस्त 23 में विवादित भूखंड पर दबिश देकर पुलिस ने गांजा बरामद दिखाया था. मुकदमे में जमीन के केयर टेकर रवि कुशवाह, संकरिया और ओमप्रकाश को जेल भेजा था. पुरुष जेल में थे. घर पर महिलाएं रह गई थीं. अक्तूबर में पुलिस ने आबकारी टीम के साथ दबिश दी थी. मौके से शराब बरामद दिखाई थी. रवि की पत्नी पूनम और बहन पुष्पा को जेल भेजा था. इसके बाद जमीन पर रातों रात कब्जा हुआ था. बाउंड्रीवाल बनी थी.