Aligarh: बच्चों के सिर से पिता का साया हमेशा के लिए उठा
अपने बच्चों की खातिर अपना गम दबाए बैठी है.
अलीगढ़: Majhola village के बच्चों के सिर से पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया. पिता के न होने की खबर के बाद से बच्चे अपनी मां से लिपट लिपटकर रो रहे हैं. आंखों से आंसू सूख चुके हैं. मां अपने बच्चों को घर के दरवाजे पर अपने सीने से चिपकाकर उन्हें ढांढस बंधाने में लगी है. जबकि वह भी जानती है कि उसकी मांग का सिंदूर हमेशा से लिए मिट चुका है, लेकिन अपने बच्चों की खातिर अपना गम दबाए बैठी है.
यह मंजर था हाथरस जंक्शन के गांव मझौला का. रनवीर सिंह अपने बच्चे और पत्नी को छोड़कर हमेशा के लिए अलविदा कह दिया. वह को जब अपने घर से Mata Vaishno Devi के दर्शन के लिए निकला था तो बच्चों से माता के दरबार से उनके पंसदीदा चीजें लेकर आने का वायदा किया था, लेकिन उसे क्या मालूम था कि अब वह अपने बच्चों से कभी नहीं मिल सकेगा. रनवीर के साथ उसके छोटे भाई योगवीर की पत्नी रेनू उम्र 33 वर्ष भी साथ गयी थी. मगर की पहर को हादसे की खबर मिली. शाम को सात बजे रनवीर की पत्नी सरोज देवी को सूचना मिली कि उसके पति रनवीर सिंह और देवरानी रेनू की मौत हो चुकी है.
योगवीर की हालत नाजुक,पत्नी की मौत : रनवीर सिंह अपने छोटे भाई योगवीर और उसकी पत्नी रेनू और साल के बच्चे यश को साथ लेकर गये थे. इस हादसे में रनवीर के छोटे भाई की पत्नी रेनू की मौत हो गई है, जबकि उसका भाई योगवीर सिंह की हालत नाजुक बनी हुई है. जम्मू में ही उसका इलाज चल रहा है. रेनू ने अपने पीछे बच्चे छोड़े है.