Aligarh: समझौते के लिए बुलाए गए छात्र गुट पर दूसरे गुट ने हमला किया
समझौते को बुलाए एएमयू छात्रों पर हमला
अलीगढ़: एएमयू के वीएम हॉल में रात समझौते के लिए बुलाए गए छात्र गुट पर दूसरे गुट ने हमला बोल दिया. इस दौरान मारपीट के बीच ताबड़तोड़ हवाई फायरिंग की गई. इससे मौके पर भगदड़ मच गई. खबर पर प्रॉक्टोरियल टीम भी पहुंची. जांच पड़ताल के बाद सीनियर सेकेंड्री स्कूल के तीन छात्र चिह्नित हुए हैं, जिन्हें निलंबित किया गया है. वहीं मारपीट-हमले के संबंध में तहरीर दी गई है. जिस पर देर रात मुकदमा दर्ज किया जा रहा था.
एएमयू के बीएम हॉल निवासी एमए छात्र मुस्तकीम की ओर से प्रॉक्टर कार्यालय के जरिये पुलिस को तहरीर दी गई है. जिसमे ंकहा गया है कि शाम से उसके पास एक नंबर से कॉल आ रही थी. जिसमें कॉल करने वाले २२ को छोटे भाई मो.शान से अल्लामा इकबाल हॉल में हुए झगड़े में समझौते की बात कह रहे थे. इसके लिए वे मिलना चाह रहे थे. इसी क्रम में देर रात कॉल करने वाला पक्ष वीएम हॉल की कैंटीन पर पहुंच गया. जहां खुद मुस्तकीम अपने भाइयों के साथ पहुंच गया. इन लोगों ने आते ही मेरे व भाइयों के साथ मारपीट शुरू कर दी और धमकाते हुए हवाई फायर किए. इससे बचने के लिए वे मैरिस हॉस्टल की ओर भागे तो इन्होंने पीछा कर फायर किए. मौके पर करीब बीस राउंड फायर किए गए. जिसके निशान मैरिस हॉस्टल के वाशरूम पर भी मौजूद मिले. इसके बाद यह लोग धमकी देते हुए भाग गए. इस सूचना पर प्रॉक्टर टीम पहुंची और सीसीटीवी आदि देखे गए. पर भी जांच हुई. जांच में पाया कि इस झगड़े में शाद, इंतेशार, इनायत, कैफ, जीशान, हुसैन, जैद सहित कुछ बाहरी युवक भी शामिल थे. ये सभी पुराने झगड़े में भी थे. इंस्पेक्टर सिविल लाइंस रीतेश कुमार के अनुसार इन सभी पर मुस्तकीम की ओर से दी गई तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है.
छात्रसंघ चुनाव को लेकर जताई न्याय की उम्मीद
एएमयू छात्र संघ चुनाव के बाबत दायर जनहित याचिका पर छात्र नेताओं प्रेस वार्ता का आयोजन किया.
याचिकाकर्ता एएमयू के विधि विभाग के एलएलएम छात्र कै़फ हसन ने बताया कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने निर्देश में छात्र संघ और यूनिवर्सिटी की छवि के विपरीत बातें लिखी है. हमें विवश हो कर न्यालालय जाना पड़ा, मगर हमें विश्वास है कि पर न्याय होगा. याचिकाकर्ता के अधिवक्ता नदीम अंजुम ने बताया कि छात्र संघ सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा पारित आदेश के अधीन अनिवार्य है. उच्च न्यायालय के वर्णन के परिपेक्ष में हमें पूरी उम्मीद है कि जल्द ही आदेश पारित कर के विधि अनुसार छात्र संघ के चुनाव कराए जाएंगे व एएमयू इंतज़ामिया को सुझाव दिया कि उपयुक्त समय रहते हुए वह ़खुद निर्णय लेते हुए छात्र संघ के चुनाव करा लें इसमें दोनों की जीत है. वरिष्ठ एएमयू छात्र अहमर ़फरीदी ने बताया कि जैसा कि ब़कौल कुलपति छात्र संघ के मामले को विचाराधीन बताते हुए चुनाव पर निर्णय नहीं ले सकते, उसपर इनको यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि इसी तरह उनका मामला भी न्यायालय में विचाराधीन है. ़फरीदी ने उच्च न्यायालय के आदेश का स्वागत किया कि विवि प्रशासन के बहाने अवैध है और न्याय की उम्मीद जताई. मौजूदा जनहित याचिका विधि विभाग के छात्र कै़फ हसन द्वारा दाखिल करी गई थी जिसमे पहली सुनवाई जिसमे प्रशासन को जवाब दाखिल कराने थे. दूसरी तारी़ख नियत थी जिसमे कुलपति और रजिस्ट्रार को हलफनामा दाखिल करने का आदेश हुआ है. अब इस मामले में अगली सुनवाई अवकाश के बाद 9 जनवरी को होना तय है.