Aligarh: खैर विधानसभा पर राज्यमंत्री रहे अनूप प्रधान हाथरस से बने हैं सांसद
उपचुनाव में बीजेपी की होगी ‘अग्निपरीक्षा
अलीगढ़: लोकसभा चुनाव समाप्त होने के बाद भी अलीगढ़ में सियासी तापमान बरकरार रहेगा. वजह खैर विधानसभा पर आगामी माह में होने वाला उपचुनाव है. सुरक्षित सीट खैर विधानसभा से विधायक व सूबे में राज्यमंत्री रहे अनूप प्रधान हाथरस से सांसद निर्वाचित हो गए हैं. ऐसे में यहां पर उपचुनाव होगा. उपचुनाव को लेकर इस बार भाजपा व सपा गठबंधन के बीच कड़ी टक्कर हो सकती है. भाजपा 2022 के चुनाव में 74 हजार वोटों से जीती थी.
जिस विधानसभा से भाजपा 74 हजार वोट से जीती थी वहां लोकसभा चुनाव मुंह की खानी पड़ी. अब सियासी दलों की नजर खैर विधानसभा के उपचुनाव पर टिक गई है. खैर सुरक्षित सीट बेशक है, लेकिन यह जाटों, क्षत्रियों व ब्राह्मणों का वर्चस्व है. यहां पर भाजपा उम्मीदवार की नाराजगी लोकसभा चुनाव में भारी पड़ी. खैर विधानसभा में सपा उम्मीदवार चौ. बिजेंद्र सिंह को 95391 हजार तो भाजपा उम्मीदवार सतीश गौतम को 93900 हजार वोट मिले. खैर सुरक्षित सीट से उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दल भीतरखाने तैयारियों में जुट गए हैं. भाजपा के सामने खैर विधानसभा में 2022 के नतीजों को दोहराने की चुनौती रहेगी.
लोकसभा चुनाव में विपक्ष मजबूती के साथ उभर कर सामने आया है. ऐसे में उपचुनाव भाजपा के लिए बड़ी चुनौती होगा. लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार की व्यक्तिगत नाराजगी से जाट वोट बैंक छिटक गया था. बिखरे हुए मतों को सहेजना भाजपा के लिए आसान नहीं होगा. लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चौ. भूपेंद्र सिंह व रालोद प्रमुख की जयंती चौधरी की सभाओं के बाद भी जाट मतदाताओं भाजपा को लेकर नाराजगी खत्म नहीं हुई.
सभी दलों ने उपचुनाव को शुरू की तैयारियां: खैर सुरक्षित सीट पर उपचुनाव इस बार दिलचस्प होगा. दलों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. खैर विधानसभा में राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ने लगी है. आगामी छह माह में होने वाले उप चुनाव को लेकर राजनीतिक दल जमीन तैयार कर रहे हैं. भाजपा, सपा गठबंधन व बसपा के संभावित उम्मीदवार व चुनाव लड़ने की योजना बनाने वालों की क्षेत्रों में आवाजाही शुरू हो गई है. स्थानीय लोगों में चुनाव को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं.
खैर विधान सभा
2022 में रालोद ने भी लड़ा था चुनाव: खैर विधानसभा से 2022 के चुनाव में भाजपा से अनूप प्रधान, रालोद से चारू कैन, बसपा से भगवती प्रसाद, कांग्रेस से मोनिका सूर्यवंशी ने चुनाव लड़ा था. भाजपा प्रत्याशी अनूप प्रधान को 9643 वोट, रालोद चारू कैन को 74341 वोट, बसपा के भगवती प्रसाद को 444 वोट तो कांग्रेस उम्मीदवार मोनिका सूर्यवंशी को 114 वोट मिले थे. भाजपा ने 74341 वोट से चुनाव जीता था. 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को रालोद ने समर्थन दिया था. वहीं सपा व कांग्रेस में गठबंधन है. रालोद के समर्थन के बाद भी खैर में भाजपा उम्मीदवार सतीश गौतम जीत हासिल नहीं कर पाए. जबकि इसी विधानसभा से योगी सरकार में अनूप प्रधान वाल्मीकि को राज्यमंत्री बनाया गया था. भाजपा के लिए उप चुनाव बड़ी सियासी परीक्षा होगी.
खैर सुरक्षित सीट के उपचुनाव को भाजपा दमदारी के साथ लड़ेगी और चुनाव भाजपा जीतेगी. लोकसभा चुनाव में बहुत थोड़े वोटों का अंतर खैर विस पर रहा है. उपचुनाव में रिकार्ड मतों से भाजपा खैर में जीत दर्ज करेगी. -कृष्ण पाल सिंह लाला, भाजपा जिलाध्यक्ष
लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने मजबूती हासिल की है. खैर सीट पर लोकसभा चुनाव गठबंधन के पक्ष में रहा है. खैर सुरक्षित सीट के उपचुनाव के नतीजे भी गठबंधन के पक्ष में आएंगे. भाजपा से लोग ऊब चुके हैं.
-लक्ष्मीधनगर, सपा जिलाध्यक्ष