Aligarh: नियमों का उल्लंघन करने वालों बस चालकों के खिलाफ कार्रवाई होगी
"सड़क पर नहीं चलेगी रोडवेज की मनमानी"
अलीगढ़: रोडवेज बसों की वजह से रोजाना जाम की स्थिति बन रही है. सवारियां लेने की होड़ में रोडवेज चालक बसों को बीच सड़क खड़ी कर देते हैं, जिससे अन्य वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यह समस्या नेशनल हाईवे के पुल के नीचे बनाए गए रास्ते पर रोजाना देखने को मिलती है. लेकिन न तो रोडवेज और न ही ट्रैफिक पुलिस इसे सुधारने में दिलचस्पी दिखा रही है.
संभागीय परिवहन विभाग ने इस स्थिति पर कड़ा रुख अपनाते हुए रोडवेज चालकों को दो दिन का अल्टीमेटम दिया है. आरटीओ प्रवर्तन ए.के. सिंह ने बताया कि अगर बसें आईएसबीटी के बाहर, अब्बुउल्लाह की दरगाह या रामबाग के पास खड़ी होकर सवारियां भरती पाई गईं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. अब बस चालकों के चालान काटे जाएंगे और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी
बस अड्डे के बाहर बिगड़ती व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए दो साल पहले तत्कालीन रोडवेज महाप्रबंधक और पुलिस अधिकारियों ने कई बदलाव किए थे. पुल के नीचे बसें खड़ी न हों, इसके लिए नियम लागू किए गए और अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई. लेकिन ये बदलाव ज्यादा समय तक टिक नहीं सके और हालात दोबारा पुराने ढर्रे पर लौट आए.
तीन और श्रमिक दिल्ली रेफर किए गए: ट्रांसपोर्ट नगर (पुष्प विहार) स्थित मेडले बेकर्स के ओवन में हुए धमाके में 14 श्रमिक झुलस गए थे. गंभीर रूप से झुलसे श्रमिक प्रमोद, वीकेश, आकाश उर्फ मिथुन को बृहस्पतिवार रात को और अवनेश, सुशांत और कृष्णा को दिल्ली रेफर किया गया है. बाकी का इलाज बाग मुजफ्फर खां स्थित निजी अस्पताल में हो रहा है. मेडले बेकर्स के ओवन में बृहस्पतिवार दोपहर एक बजे धमाका हुआ था. 14 श्रमिकों को बाग मुजफ्फर खां स्थित केपी अस्पताल की आईसीयू में भर्ती कराया गया था.