हांगकांग फ्लू पर अलर्ट, अस्पतालों में बेड-दवा जुटाने के निर्देश

Update: 2023-03-16 12:42 GMT

लखनऊ न्यूज़: यूपी में हांगकांग फ्लू (.एच 3 एन 2) वायरस की पुष्टि के बाद स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में तैयारी के लिए अलर्ट कर दिया है. लखनऊ के सरकारी अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा मरीजों की निगरानी और इलाज के लिए सर्तकता बढ़ाने, जांच-जरूरी दवाएं के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं.

बलरामपुर, सिविल, केजीएमयू, लोहिया, रानी लक्ष्मीबाई, लोकबंधु समेत दूसरे सरकारी अस्पतालों में सर्दी-जुकाम, बुखार, गले में खराश समेत दूसरे लक्षणों के साथ ओपीडी में काफी मरीज आ रहे हैं. ऐसे मरीजों की निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. डॉक्टर-कर्मचारी, मरीज और तीमारदारों को मास्क लगाने के निर्देश हैं. सीवियर एक्यूट रेस्पीरेटरी इलनेस के मरीजों की जानकारी आईएचआईपी पोर्टल पर अपडेट करने और इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस के मरीजों की निगरानी बढ़ाने की कवायद शुरू की गई है. अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा मरीजों को अलग से भर्ती करने के साथ ऑक्सीजन और जरूरी दवाओं के इंतजाम की व्यवस्था करने को कहा गया है.

98 फीसदी मरीज ठीक हो रहे डॉक्टरों का कहना है कि हांगकांग फ्लू से घबराने की जरूरत नहीं हैं. 95 से 98 फीसदी संक्रमित स्वस्थ हो रहे हैं. सर्दी-खांसी, गले में खराश और बुखार मरीज सतर्क रहें. इन्फ्लूएंजा वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाएं. संक्रमण से बचने के लिए हाथों को बार-बार साबुन से धोएं. खांसते और छींकते समय मुंह ढकें.

ये लोग सतर्क रहें

गर्भवती, बुजुर्ग, शुगर मरीज, ब्लड प्रेशर, अस्थमा और स्टेराइड सेवन करने वाले मरीज अधिक संजीदा रहें.

इन्फ्लूएंजा के लक्षण

खांसी, गले में खराश, नाक बहना, सिरदर्द, शरीर में दर्द, बुखार, ठंड लगना, थकान, सांस फूलना, दस्त एवं उल्टी.

जांच के नाम पर मनमानी वसूली, 2800 तक वसूल रहे

हांगकांग फ्लू की जांच के नाम पर निजी पैथोलॉजी लैब मनमाना शुल्क ले रहे हैं. एच3एन2 की जांच को 2800 रुपये में जांच हो रही है. केजीएमयू, पीजीआई समेत दूसरे बड़े सरकारी संस्थानों में एच3एन2 जांच की सुविधा है. सरकार ने हांगकांग फ्लू की जांच दर अभी तय नहीं की है. नतीजतन निजी पैथोलॉजी सेंटर मनमाना शुल्क ले रहे हैं. किसी सेंटर में 2500 में जांच हो रही तो किसी में 2800 रुपये. इससे मरीजों में भ्रम की स्थिति है.

उच्च जोखिम समूह का होगा टीकाकरण

इन्फ्लूएंजा से बचाव के लिए सीजनल इन्फ्लूएंजा का टीका प्रभावी है. रोगियों के संपर्क में आने वाले स्वास्थ्य कर्मियों, नमूनों की जांच करने वालों, उच्च जोखिम वर्ग के रोगियों की देखभाल, उपचार में लगे व्यक्तियों, रेपिड रेस्पांस टीमों के सदस्य, एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के मरीजों को लाने-ले जाने वाले एंबुलेंस चालक व अन्य स्टाफ का टीकाकरण कराने के लिए कहा गया है.

घबराएं नहीं, यह सामान्य फ्लू की तरह है. संक्रमण पर सतर्कता बरतें. बुजुर्ग बीमार लोगों के करीब जाने से बचें. मास्क लगाएं. खान-पान पर विशेष ध्यान दें, अस्पतालों में पूरी तैयारी है.

- डॉ. मनोज अग्रवाल, सीएमओ

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