दिल्ली : अलकेमिस्ट एसेट्स रि-कंस्ट्रक्शन कंपनी की वजह से रबड़ फैक्ट्री केस में दो तारीखों से फैसला टल रहा है। सोमवार को अलकेमिस्ट ने लिखित दस्तावेज बॉम्बे हाईकोर्ट में जमा कर दिए। इससे केस में बॉम्बे हाईकोर्ट जल्द फैसला सुना सकता है।
वहीं, रबड़ फैक्ट्री की एसएंडसी कर्मचारी यूनियन के महामंत्री अशोक मिश्रा ने कारपोरेट कार्य मंत्रालय के डिप्टी ऑफिशियल लिक्विडेटर को 900 कर्मचारियों के शपथपत्रों का रिकार्ड सौंप दिया। अशोक 10 बंडलों में बांधकर शपथपत्रों को लेकर मुंबई गए थे। उन्होंने अपने अधिवक्ता अकबर निहाल रिजवी और प्रमोद कुमार की मौजूदगी में शपथपत्र जमा किए।
अशोक मिश्रा ने बताया कि मुंबई आने के बाद अलकेमिस्ट के हाईकोर्ट में लिखित दस्तावेज सौंपे जाने की जानकारी भी मिल गई। अलकेमिस्ट ने पिछली तारीख पर दस्तावेज जमा नहीं किए थे। इस वजह से फैसला नहीं सुनाया जा सका था। अशोक मिश्रा के अनुसार अलकेमिस्ट पर दबाव पड़ा, तब दस्तावेज हाईकोर्ट में जमा किए हैं।
इस केस में राज्य सरकार का पक्ष भारी है। वर्ष 1960 में तत्कालीन राज्य सरकार ने मुंबई के सेठ किलाचंद को 1382.23 एकड़ भूमि लीज पर दी थी, उस समय जो लीज डीड बनी थी, उसमें यह शर्त शामिल की थी कि जब फैक्ट्री बंद होगी, तब सरकार जमीन वापस ले लेगी। यह डीड इस केस में राज्य सरकार का सबसे बड़ा सबूत है। अलकेमिस्ट के दस्तावेज सौंपने के बाद कर्मचारी नेताओं ने जल्द फैसला आने की बात कही है।