आगरा न्यूज़: मुरैना (मध्य प्रदेश) का आकाश गुर्जर आगरा में अग्निवीर की भर्ती की जानकारी करने आया था. 27 सितंबर 2022 को इरादतनगर पुलिस ने उसे खनन माफिया बताकर एनकाउंटर किया. आकाश को तीन गोलियां लगी थीं. 13 नवंबर को उसने इलाज के दौरान लखनऊ में दम तोड़ा. इस मामले में पूर्व मुख्य मंत्री सपा मुख्यिा अखिलेश यादव ने ट्वीट कर न्यायिक जांच की मांग और पीड़ित को एक करोड़ रुपये देने की मांग की है.
अखिलेश ने ट्वीट में कहा कि आगरा में कुछ बड़े कार्यवाहक अधिकारियों के इशारों पर हुए फर्जी एनकाउंटर की न्यायिक जांच हो और मृतक आकाश गुर्जर के पीड़ित परिवार को कम से कम एक करोड़ रुपये की राशि दी जाए. भाजपा सरकार उत्तर प्रदेश को फर्जी एनकाउंटर स्टेट न बनाए. सपा नेता ने
ट्वीट के साथ मुरैना में हुए प्रर्दशन का वीडियो भी शेयर किया है.
एनकाउंटर को फर्जी बताकर मुरैना में प्रदर्शन
एनकाउंटर को फर्जी बताकर मुरैना में प्रदर्शन किया गया. जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया गया. सीबीआई जांच की मांग की गई. 19 वर्षीय आकाश एनकाउंटर के संबंध में पिछले दिनों कोर्ट ने अज्ञात पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमे के आदेश दिए थे. 21 मार्च को इरातदनगर थाने में हत्या की धारा के तहत अज्ञात पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.
परिजनों को आगरा पुलिस पर भरोसा नहीं
आकाश के परिजनों को आगरा पुलिस पर भरोसा नहीं है. वे चाहते हैं कि मुकदमे की जांच किसी निष्पक्ष एजेंसी से कराई जाए. सीबीआई या सीबीसीआईडी जांच होनी चाहिए. मुरैना निवासी लाल सिंह ने बताया कि बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए मुरैना में गुर्जर समाज एकजुट हो गया है. लोगों ने बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए जुलूस निकाला था.