चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब देंगे अखिलेश, मतदाता सूची से नाम काटे जाने के आरोप पर EC ने भेजा था नोटिस
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लखनऊ। समाजवादी पार्टी चुनाव आयोग के नोटिस जवाब ईमेल के जरिए गुरुवार को देगी। इस बात की जानकारी पार्टी सूत्रों ने दी है। दरअसल, उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के हार के बाद अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया था कि आयोग ने पक्षपात करते मुस्लिम और यादवों वोटरों के नाम मतदाता सूची से काटे गए हैं। जिस पर आयोग ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव नोटिस जारी किया। आयोग कहा कि समाजवादी पार्टी को अपने साच्छ को पेश करने के लिए कहा था। समाजवादी पार्टी ईमेल के जरिए चुनाव आयोग को इसका जवाब देगी। पार्टी प्रवक्ता ने बताया कि चुनाव से पहले ही समाजवादी पार्टी लखनऊ में तैनात डीआईजी लक्ष्मी सिंह का स्थानांतरण की मांग करती रही लेकिन उनका स्थानांतरण नहीं किया गया।
जबकि सरोजनी नगर क्षेत्र में उनके पति भाजपा प्रत्याशी थे। उन्होंने कहा कि कई ऐसे अधिकारी रहे जो कि एक जिले में तीन साल से अधिक समय तक अपने पद पर बने रहे,लेकिन उन्हें चुनाव के दौरान हटाया नहीं गया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने यह भी आरोप लगाया था कि 2022 विधानसभा चुनाव में हजारों मतदेय स्थल क्यों बदल दिए गए? इससे मतदाता भटकते रहे। तमाम मतदाताओं के नाम सूची से बाहर हो गए। शासन-प्रशासन, मशीनरी द्वारा मतदान में देरी की गई और मनमाने तरीके से मतदान कराया गया। कई जगह पीठासीन अधिकारी के पास की सूची और अंतिम सूची में भी अंतर क्यों पाया जाता है? हालांकि चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब समाजवादी देने के लिए रणनीति बना ली है।