लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को 100 विधायकों के साथ सपा में शामिल होने पर मुख्यमंत्री बनाने की पेशकश की है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि मौर्य किसी स्वार्थ में पड़ने वाले नेता नहीं हैं। अखिलेश यादव अपने गठबंधन और परिवार की चिंता करें, क्योंकि उनके (सपा गठबंधन के) विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में कहा था कि अगर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बिहार में हाल में हुए राजनीतिक घटनाक्रम से सबक लेते हुए अपने साथ 100 विधायक लेकर सपा में शामिल हो जाएं तो वह (सपा अध्यक्ष) उन्हें (मौर्य को) मुख्यमंत्री बना देंगे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने अखिलेश के इस बयान तल्ख जवाब देते हुए बड़ा दावा किया। उन्होंने बुधवार को सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ''केशव जी संगठन के, पार्टी के प्रमाणित एवं भाजपा की विचारधारा के लिए समर्पित कार्यकर्ता हैं। वह सदैव हमारे साथ रहेंगे, (वह) किसी स्वार्थ में पड़ने वाले नेता नहीं हैं। वह अखिलेश यादव को चलाएंगे, अखिलेश यादव उन्हें क्या चला पाएंगे।'' चौधरी ने दावा किया, ''अखिलेश यादव अपने गठबंधन, अपने परिवार की, अपनी पार्टी और अपने विधायकों की भी चिंता कर लें, क्योंकि उनके विधायक हमारे संपर्क में हैं।'' गौरतलब है कि केशव प्रसाद मौर्य प्रदेश की पिछड़ी जातियों के बड़े नेता माने जाते हैं और योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली पिछली सरकार की तरह मौजूदा सरकार में भी उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। प्रदेश में भाजपा गठबंधन के पास 403 में से 273 विधायक हैं, जबकि समाजवादी पार्टी गठबंधन के कुल 125 सदस्य हैं।