Agra: एनजीटी के निर्देश पर उटंगन पर बने अवैध पुल का आधा हिस्सा ध्वस्त

शेष पुल को तोड़ने के लिए कार्रवाई जारी रहेगी.

Update: 2024-07-29 03:52 GMT

आगरा: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के निर्देश पर उटंगन नदी पर बने अवैध पुल को तोड़ने के लिए फिर महाबली गरजा. पोकलेन मशीन से अवैध पुल का करीब 50 फीसदी हिस्सा ध्वस्त कर दिया गया. शेष पुल को तोड़ने के लिए कार्रवाई को भी जारी रहेगी.

बता दें कि अरनौटा में निर्माणाधीन रिसार्ट तक पहुंचने के लिए बाह और फतेहाबाद के बीच उटंगन नदी पर अवैध रूप से पक्के पुल का निर्माण कर लिया गया था. इससे नदी के पानी का प्रवाह रूक गया पर संज्ञान लिया था. एनजीटी के निर्देश पर प्रशासन ने अवैध पुल को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की.

को फतेहाबाद और बाह तहसील प्रशासन की टीम ने अवैध पुल तोड़ने की कार्रवाई शुरू की. तब चार जेसीबी मशीन की सहायता से पुल के दोनों छोरों को ढहा दिया गया. बीच में बने हिस्से को तोड़ने के लिए पोकलेन मशीन की जरूरत पड़ी. दो दिन बाद पोकलेन मशीन उपलब्ध होने पर बाह की उपजिलाधिकारी सृष्टि सिंह ने सुबह साढ़े नौ बजे कार्रवाई शुरू कराई.

नायब तहसीलदार बांके बिहारी, बसई अरेला थाने की पुलिस और सिंचाई विभाग के अधिकारी भी साथ रहे. फतेहाबाद की ओर से पुल तोड़ने की कार्रवाई शुरू की गई.

55 मीटर है पक्के पुल की लंबाई

उंटगन नदी पर बने अवैध पुल को तोड़ने में प्रशासन को कम से कम तीन दिन लगेंगे. अभी दो दिन कार्रवाई चली है. दोनों दिन सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक बुल्डोजर गरजा. एसडीएम बाह सृष्टि सिंह ने बताया कि अवैध पुल की लंबाई 55 मीटर है. इसके दोनों तरफ दस-दस मीटर पक्का आरसीसी किया गया था. अभी 50 से 60 फीसदी निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया है. एसडीएम ने बताया कि को भी पुल तोड़ने की कार्रवाई जारी रहेगी. इसके बाद वहां पड़े हुए मलबे को हटाना शुरू किया जाएगा.

2019 में शुरू हो गया था पुल बनना

फतेहाबाद क्षेत्र के नदी के किनारे के गांव शालूबाई निवासी रामप्रकाश, सुखवीर और हेत सिंह ने बताया कि अवैध पुल का निर्माण 2019 में ही शुरू हो गया था. शालूबाई गांव से उटंगन नदी तक कच्चा मार्ग बनाकर उस पर गिट्टी डाली गई. 2020 में उटंगन नदी को पार कर बाह तहसील की सीमा में जाने के लिए पक्के पुल का निर्माण शुरू हुआ. बहुत जल्द यह पुल तैयार हो गया. इसके बाद तहसील बाह के थाना बसई अरेला क्षेत्र के अंतर्गत गुर्जाराम गांव के नीचे बीहड़ में नदी किनारे रिसार्ट बनना शुरू हुआ.

बाह की एसडीएम ने संभाला मोर्चा देर शाम तक मौके पर ही डटी रहीं

उटंगन नदी पर बने अवैध पुल को ढहाने की कार्रवाई को सुबह दस बजे शुरू हुई. इस दौरान बाह की एसडीएम सृष्टि सिंह और फतेहाबाद के एसडीएम अनिल कुमार सिंह ने कार्रवाई का नेतृत्व किया. अगले दिन परिवार में कार्यक्रम होने के कारण एसडीएम फतेहाबाद अवकाश पर चले गए. इसलिए कार्रवाई की जिम्मेदारी अकेले एसडीएम बाह पर आ गई. वह पोकलेन मशीन लेकर सुबह दस बजे ही मौके पर पहुंच गई. देर शाम तक मौके पर डटी रहीं.

अरनौटा में ही पानी रुक जाने से फसल नहीं सींच पा रहे थे किसान

उटंगन नदी पर अवैध पक्का पुल बनने से पानी अरनौटा में ही रुक गया. नदी का पानी आगे नहीं पहुंचने के चलते किसान काफी चिंतित हो गये. किसानों की नदी किनारे की सैकड़ो हेक्टेयर भूमि पिछले चार साल से सिंचाई के बिना पड़ी हुई है. पशुओं को भी पानी नहीं मिल पा रहा है. उटंगन नदी पिढ़ौरा गांव में यमुना नदी में जाकर मिल जाती है. टेल तक पानी नहीं पहुंच पा रहा था. सिंचाई संकट गहराने से कई किसान ठीक से फसल नहीं उगा पा रहे थे.

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