Agra: दिन में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज, देर शाम हुआ समझौता
पीड़िता ने आरोपित नेता को पार्टी से बाहर करने की शर्त रखी थी.
आगरा: भाजपा के बल्केश्वर मंडल के अध्यक्ष गिर्राज बंसल के खिलाफ कमला नगर थाने में छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज हुआ. इसके बाद शाम को उन्होंने त्यागपत्र दिया. रात होते होते मामले ने करवट ली और केस में समझौता हो गया. पीड़िता का शपथपत्र और बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस मामले में को एक पदाधिकारी ने पंचायत कराई थी. पीड़िता ने आरोपित नेता को पार्टी से बाहर करने की शर्त रखी थी.
मुकदमे के अनुसार घटना 29 अप्रैल की है. पीड़िता ने मुकदमे में लिखाया है कि कि गंगेगौरी बाग पार्क के पास बल्केश्वर मंडल के कार्यालय में चुनाव संबंधी बैठक चल रही थी. वह अपने घर सभी के लिए चाय बनाने गईं. बल्केश्वर मंडल के अध्यक्ष गिर्राज बंसल उनके पीछे-पीछे घर में आ गए. आरोप था कि उन्हें बुरी नीयत से दबोच लिया. वह बुरी तरह घबरा गईं. आरोपित के चंगुल से अपने आप को धक्का देकर छुड़ाया. डंडा उठाकर आरोपित को दौड़ाया. आरोपित गालियां देने लगा. जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गया. यह तहरीर को थाने पर दी गई थी. एक पदाधिकारी ने समझौते का प्रयास किया था. आरोपित नेता ने माफी मांग ली थी. महिला ने उसे पार्टी से निकालने की शर्त रखी थी. की सुबह तक आरोपित के खिलाफ पार्टी स्तर से कार्रवाई नहीं हुई. दोपहर डेढ़ बजे महिला कमला नगर थाने पहुंची. पुलिस से कहा कि उसका मुकदमा लिखा जाए. उसे कोई समझौता नहीं करना. थाना पुलिस ने अधिकारियों को जानकारी दी. तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया. मुकदमा दर्ज होते ही मामला सोशल मीडिया की सुर्खियां बन गया.
मुकदमा वापसी को दिया शपथ पत्र: भारतीय जनता पार्टी बल्केश्वर मंडल के अध्यक्ष गिर्राज बंसल के खिलाफ मुकदमा लिखाने वाली भारतीय जनता महिला मोर्चा की कार्यकर्ता ने मुकदमा वापस लेने के लिए डीसीपी सिटी को शपथ पत्र दिया है. महिला का कहना है कि गिर्राज बंसल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है इसलिए उन पर लगाए गए आरोपों को वापस लेती हूं. अब हमारे बीच किसी तरह का कोई विवाद नहीं है. महिला ने इस संबंध में शपथ पत्र के साथ अपना वीडियो भी जारी किया है. साथ ही एडीसीपी सिटी सूरज राय को अपना शपथ पत्र सौंप दिया है. भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों के मुताबिक इस मामले में हो रही छीछालेदर को देखते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता कराई है.