Agra: अपात्रों के राशनकार्ड निरस्त करने को शुरू हुआ अभियान
शस्त्रत्त् लाइसेंस वाले भी पा रहे सरकारी राशन
आगरा: गरीबों का मुफ्त सरकारी राशन पाने के लिए रईस फर्जीवाड़ा कर राशन कार्ड बनवा रहे हैं. विभागीय जांच में पाया गया है कि तमाम ऐसे लोग हैं जिनकी आय तीन लाख से अधिक है, जमीन है, प्लॉट हैं यहां तक कि शस्त्र लाइसेंस भी है वे राशनकार्ड लेकर बैठे हुए हैं. सरकार ने इन अपात्र लोगों के राशनकार्ड निरस्त करने को अभियान शुरू कर दिया है.
सरकार ने प्रदेश भर के पूर्ति विभाग को पत्र जारी कर अपात्रों की जगह पात्र लोगों के राशनकार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं. बीते महीनों में सरकार को जानकारी मिली थी कि प्रदेश भर में लाखों अपात्र लोगों ने राशनकार्ड बनवा रखे हैं. अब सरकार ने अपात्रों के राशनकार्ड निरस्त करने को अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. जिला पूर्ति अधिकारी संजीव कुमार सिंह ने बताया कि सरकार के निर्देश के बाद पूर्ति विभाग अपात्रों के राशनकार्ड निरस्त करना शुरू कर चुका है. आयकर रिटर्न भरने वाले व्यक्तियों के राशनकार्ड निरस्त करने के साथ-साथ घर में एक से ज्यादा शस्त्रत्त् लाइसेंस होने पर भी राशन कार्ड निरस्त होगा. इसके साथ ही शहरी क्षेत्र में सालाना तीन लाख से अधिक आय वाले भी अपात्र माने जाएंगे. ग्रामीण क्षेत्रों में 5 एकड़ से अधिक भूमि (बुंदेलखंड में 7.5 एकड़) वाले परिवारों, शहरी क्षेत्र में 100 मीटर से अधिक के प्लॉट या मकान, ग्रामीण क्षेत्रों में परिवार की आय दो लाख रुपये वाले राशनकार्ड नहीं रख सकते.
अपात्रों ने राशनकार्ड बनवा रखे हैं, उनके कार्ड निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. सरकार से हमें अपात्रों की लिस्ट मिली है. हमारे इंस्पेक्टर भी अपात्रों की तलाश में जुटे हैं. -संजीव कुमार सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी
फर्जी आय प्रमाण पत्र से बनवाते हैं राशनकार्ड: अपात्र व्यक्ति राशनकार्ड बनवाने के लिए फर्जी आय प्रमाण पत्र बनवाते हैं. राशनकार्ड बनवाने के लिए सबसे जरूरी आय प्रमाण पत्र होता है. मुफ्त का राशन लेने के लिए लोग तहसील कार्यालय में जाकर दलालों के माध्यम से अपनी आय कम दिखाकर प्रमाण पत्र बनवा लेते हैं. कार्ड के लिए अन्य जरूरी दस्तावेजों के साथ-साथ ऑनलाइन फार्म में झूठी जानकारी भी भरते हैं.
सरकार तकनीक की मदद से हटा रही अपात्रों को: प्रदेश सरकार तकनीक के माध्यम से बीते कई वर्ष से अपात्रों के राशनकार्ड निरस्त करने का काम कर रही है. इसके बावजूद आगरा में करीब एक लाख अपात्रों ने राशनकार्ड बनवा रखे हैं. चार साल पहले ई-पॉज मशीन में अंगूठा लगाकर राशन वितरण की योजना लांच होने के बाद भी हजारों अपात्र लोग मुफ्त का राशन ले रहे हैं. कई साफ्टवेयरों के माध्यम से भी सरकार अपात्रों की पहचान कर रही है.