जीर्णोद्धार के दो साल बाद सोनभद्र तालाब फिर हुआ दुर्दशाग्रस्त
गंगा में दो सेमी प्रतिघंटे की दर से हो रहा बढ़ाव
वाराणसी: भदैनी स्थित सोनभद्र तालाब फिर बदहाली का शिकार हो गया है. दो साल पहले स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में करीब डेढ़ करोड़ रुपये से इसका जीर्णोद्धार कराया गया था. पीएम नरेंद्र मोदी ने तालाब के जीर्णोद्धार का उद्घाटन किया था. इसके बावजूद स्मार्ट सिटी और नगर निगम के अधिकारी लापरवाही बरत रहे हैं.
सोनभद्र तालाब एवं पार्क के गेट पर ताला बंद रहता है. तालाब के पास मवेशी बांधे जाते हैं. बाउंड्री के पास गोबर पड़ा रहता है. तालाब में चारों ओर इंटरलॉकिंग की गई थी, सुबह शाम लोगों के टहलने की व्यवस्था की गई थी, बेंच व रेलिंग लगी थी. अब तालाब जलकुंभी से पट गया है. स्मार्ट सिटी ने जलाशयों के संरक्षण का कोई मॉडल नहीं बनाया गया. सौंदर्यीकरण के लिहाज से तालाब में आसपास के घरों से गिर रहे सीवर से हो रही गंदगी की समस्या का समाधान कराया गया. इसके बाद बुजुर्गों, महिलाओं, बच्चों को इस तालाब परिसर में आकर सुबह शाम टहलने, मनोरंजन करने की उम्मीद जगी थी. लेकिन यहां अब गंदगी पसरी रहती है, बाहर तबेला बना है.
गंगा में दो सेमी प्रतिघंटे की दर से हो रहा बढ़ाव
गंगा के जलस्तर में अब प्रति घंटा दो सेमी की दर से वृद्धि हो रही है. दिन में दो बजे के बाद से यह बढ़ाव दर्ज किया गया. रात आठ बजे तक जलस्तर 64.76 मीटर पर था. प्रयागराज, मिर्जापुर, गाजीपुर में भी गंगा बढ़ाव पर हैं. सिंचाई विभाग के बंधी प्रखंड के अनुसार उत्तराखंड में एक सप्ताह पहले बादल फटने से हरिद्वार तक पानी बढ़ा, वही पानी अब बनारस आ रहा है. यह बढ़ाव अभी पांच से छह दिनों तक जारी रह सकता है.