उदयपुर की घटना के बाद तेजी से बढ़े नूपुर समर्थकों को धमकाए जाने के मामले
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपूर शर्मा के समर्थन और विरोध में सोशल मीडिया पर चल रहा अभियान धीरे-धीरे टकराहट का रूप लेने लगा है। उदयपुर की घटना के बाद नूपुर समर्थकों को धमकाए जाने के मामले तेजी से बढ़े हैं।
ऐसे दर्जन भर से ज्यादा मामले पुलिस तक पहुंचे हैं। अब यूपी पुलिस उन्हें चिह्नित करके सबक सिखाने में जुटी है।नुपूर शर्मा के विवादित बयान के विरोध में गत तीन जून एवं 10 जून को जुमे की नमाज के बाद प्रदेश के विभिन्न जिलों में हुए प्रदर्शन के बाद पुलिस ने सख्ती बढ़ा दी है। इस मामले में 10 जिलों में दर्ज किए 20 मुकदमों में कुल 424 अभियुक्त गिरफ्तार भी किए गए। सख्ती बढ़ने से शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन तो बंद हो गए लेकिन सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप के साथ धमकियों का दौर अभी जारी है। सोशल मीडिया पर नुपूर शर्मा के पक्ष विवादित बयान देने वाले हिन्दू संगठनों के नेताओं को खासतौर पर निशाना बनाया जा रहा है।
सहारनपुर में बजरंग दल के चार सक्रिय नेताओं को धमकी मिली है तो गाजीपुर में एक यू-ट्यूबर को धमकी मिली है। सोशल मीडिया पर उदयपुर की घटना की निंदा करने वाले कानपुर के एक मुस्लिम संगठन के नेता को एक अज्ञात नंबर से फोन करके धमकी दी गई। इसी तरह हिन्दू महासभा के नेता स्व. कमलेश तिवारी की लखनऊ में रहने वाली पत्नी को पत्र लिखकर धमकाया गया है। आतंकियों ने कमलेश तिवारी की लखनऊ में उनके आवास पर ही हत्या कर दी थी। तभी से उनकी पत्नी पर भी खतरा बना हुआ है। इस बीच उनको उर्दू में लिखा एक पत्र भेजकर धमकी दी गई है।
कई ऐसे लोग भी हैं जिन्होंने अभी पुलिस से शिकायत नहीं की है।
source-hindustan