कोरोना की चौथी लहर की दस्तक के बाद शासन ने जारी की गाइडलाइन

Update: 2022-12-24 10:03 GMT

मेरठ न्यूज़: कोरोना की चौथी लहर ने दस्तक दे दी है, हालांकि मेरठ में अभी कोरोना का कोई केस सामनें नहीं आया है, लेकिन शासन द्वारा गाइडलाइनों का पालन करने के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी गई है। इसमें विदेश से आए लोगो पर विशेष रूप से निगरानी रखनें को कहा गया है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में पहले की तरह आशा, आंगनवाड़ी वर्करों व निगरानी समीति के सदस्यों की टीमों को सर्विलांस में लगाया गया है। संवेदनशील इलाकों में कोरोना के लक्षण मिलनें वाले व्यक्तियों को मेडिसिन किट वितरित करने को कहा गया है। प्रमुख सचिव उप्र शासन पार्थ सारथी सेन शर्मा द्वारा जारी एडवाइजरी में कुछ दिन पहले विश्व के पांच देशों में कोरोना के मामले सामने आने के बाद प्रदेश में सावधानी बरतने को कहा गया है।

जांच कराने पर जोर: सभी सरकारी व निजी अस्पतालों की ओपीडी में ऐसे लोग जिनमें खांसी, बुखार व सांस लेने में परेशानी के लक्षण है। उन्हें चिन्हित कर तुरंत जांच की जाएगी। जिले में सभी निजी व सरकारी लैबों में सघन आबादी वाले क्षेत्रों से सैंपल लेकर जिनोम सिक्वेसिंग के लिए केजीएमयू लैब में भेजने के निर्देश दिये गए है। फ्रंट लाइन वर्करों, निगरानी समीतियों व सरकारी और निजी अस्पतालों की ओपीडी में ऐसे लोगो की जांच के लिए सैंपल लिए जाए जिन्हें सांस की बीमारी है।

सर्विलांस की तैयारी: जिले में कोविड प्रबंधन को लेकर इण्टीग्रेटेड कमाण्ड सेंटरों को फिर से सक्रिय किया जाए। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सर्विलांस के लिए गठित टीमों को तैयार रखा जाए। रैपिड रिस्पांस टीम जिनमे अनिवार्य रूप से एक चिकित्सा अधिकारी होगा के द्वारा कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के आसपास रहने वाली सघन आबादी की कांट्रैक्ट ट्रेसिंग की जाए। उसके संपर्क में आने वाले व्यक्तियों का 24 घंटे मे सैंपल लेकर प्रयोगशाला को भेजा जाएगा। ऐसे लोग जिनमें कोई भी लक्षण मिलता है तो उन्हें तुरंत आईसीसीसी को सूचित करते हुए पास के चिकित्सालय में अपनी जांच करानी होगी। सभी चिकित्साधिकारी व पैरामेडिकल कर्मियों को कोविड-19 को लेकर पुन: प्रशिक्षित किया जाए। आवश्यकता के अनुसार कोविड चिकित्सालयों को फिर से तैयार किया जाए। साथ ही उनमें सभी जरूरी उपकरणों जैसे वैटिंलेटर, कन्सन्ट्रेटर व आॅक्सिज प्लांटों, लॉजिस्टि, दवाईयों व जरूरी स्टाफ को तैयार रखा जाए।

सभी सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में कोरोना गाइडलाइनों के लिए जरूरी मास्क व सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया जाए। इसके साथ ही प्रदेश के सभी हवाई अड्डों पर यात्रियों के लिए सरकार द्वारा जांच कराई जाएगी। भीड़-भाड़ वाले इलाकों जैसे अस्पताल, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड, मल्टीप्लेक्स, मॉल, साप्ताहिक बाजार, मण्डियों आदि में जानें वाले लोगो को मास्क जरूर लगाने के लिए जागरूक किया जाना जरूरी है।

जुमा: मस्जिदोें में कोरोना पाबंदियों को फलो करने की अपील

कोरोना की आहट के बाद लोग अब खुद सक्रियता दिखा रहे हैं। चीन के घातक वेरिएंट से दुनिया घबराई हुई है। इसी वेरिएंट के चार केस भारत में भी पाए जाने से लोग दहशत में हैं। इसी वेरिएंट के दो-दो केस गुजरात और उड़ीसा में मिले हैं। इसे लेकर काफी सतर्कता बरती जा रही है। केन्द्र से लेकर प्रदेश सरकारें भी इसकी रोकथाम व प्रसार के विभिन्न उपायों पर काम कर रही हैं।

इसको लेकर शुक्रवार को जुमे की नमाज के दौरान विभिन्न मस्जिदों में वहां के इमामों एवं मस्जिद की प्रबंध कमेटियों ने नमाजियों का आह्वान किया कि वो अभी से ही मास्क लगाएं तथा सोशल डिस्टेन्सिंग को मेन्टेन करें। तारापुरी स्थित मस्जिद अबुजर, रशीद नगर स्थित मस्जिद खैर, इस्लामाबाद स्थित मस्जिद हमजा व भुमिया पुल (लिसाड़ी रोड) स्थित मस्जिद इब्राहीम में सभी नमाजियों से अपील की गई कि कोरोना से बचाव के सभी इंतेजाम पूर्व में ही मुकम्मल किए जाएं।

उधर, शहर के कई अन्य उलोमाओं ने भी अपनी तरफ से निजी अपीलें जारी करते हुए लोगों से अपील की है कि वो कोरोना की आहट को हल्के में न लें तथा इससे बचाव के हर उपाय करें ताकि पहले वाली खौफनाक स्थिति से बचा जा सके।इसके अलावा कई मस्जिदों में वहां की प्रबंध कमेटियों ने पर्चे छपवाकर भी बंटवाए जिसमें कोरोना के बारे में पूरी जानकार एवं इससे बचाव के पूरे उपाय बताए गए थे।

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