फोरलेन बनने के बाद निगम तय करेगा इनका ठिकाना, पता ही नहीं चलती है शहर में वेंडिंग और नॉन वेंडिंग जोन

Update: 2022-09-21 18:04 GMT

कभी अवध के नवाबों की राजधानी रहा शहर वर्तमान में पूरी तरह से अव्यवस्था से जकड़ा हुआ है। बढ़ती आबादी के साथ ही वाहनों की भी बाढ़ सी आ गई है। यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। उसकी एक बड़ी वजह शहर की सड़कों पर ठेलों और खोमचे वालों का जमावड़ा है। नगर निगम बनने के बाद शहर में व्यवस्थित यातायात और कारोबार की उम्मीद बंधी लेकिन नगर निगम अयोध्या साढ़े चार साल बाद भी शहर में वेडिंग और नॉन वेडिंग जोन तक निर्धारित नहीं कर सका। अब निगम प्रशासन शहर में प्रस्तावित फोर लेन सड़क बनने का इंतजार कर रहा है।

करीब चार साल पहले नगर निगम ने 25 स्थानों पर वेडिंग जोन बनाने के लिए स्थलों का चिह्नीकरण किया था। लेकिन ये कार्य आज तक साकार रूप नहीं ले सका। जबकि ठेले और खोमचे वालों की संखया लगातर बढ़ रही है। कलेक्ट्रेट से लेकर चौक, रिकाबगंज से लेकर नियावां और नियावां से लेकर अमानीगंज तक ठेले और खोमचे वालों का डेरा लगता है। चौक और रिकाबगंज नाका तथा फतेहगांज जैसे अति व्यस्ततम क्षेत्रों में अस्थाई दुकानों की बाढ़ सी आ गई है। ठेले वाले मोबाइल रहकर अपना कारोबार कर सकते हैं लेकिन वो सड़क पर ही जगह बनाकर खड़े हो जाते हैं। ऐसे में जो दुकानें हैं वहां आने वाले ग्राहकों को अपने वाहन खड़े करने को जगह नहीं मिलती जिससे दुकानों के सामने सड़क पर दो और चार पहिया वाहनों के खड़े होने से यातायात व्यवस्था चरमरराई रहती है। इस हालत में पूरा शहर अव्यवस्थित हो गया है। यह स्थिती तभी सुधारी जा सकती है जब नगर निगम वेडिंग जोन और नॉन वेडिंग जोन बनाकर फुटपाथ खाली करायेगा।

फिलहाल नगर निगम की नजरें अब फोर लेन सड़क बनने पर टिकी हुई हैं। नगर निगम अयोध्या के एमटीएस ओम प्रकाश सिंह का कहना है कि चार साल पहले 25 वेडिंग जोन निर्धारित किए गए थे। लेकिन अब क्योंकि फोर लेन सड़क बनने वाली है। ऐसी स्थिती में इस समय वेडिंग जोन बनाया जाना जल्दबाजी होगी। फोर लेन बन जाने के बाद ही वेडिंग और नॉन वेडिंग जोन बनाए जायेंगे।

न्यूज़क्रेडिट: amritvichar

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