छात्र की मौत के बाद गुस्साये ग्रामीणों से सड़क जाम कर पुलिस के वाहन को लगाई आग

Update: 2022-09-27 10:10 GMT

सिटी न्यूज़: उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एक स्कूल शिक्षक ने टेस्ट में महज एक शब्द गलत लिखने पर छात्र को इतना पीटा कि उसकी मौत हो गयी। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है, लेकिन अब तक आरोपी शिक्षक फरार है। इस बीच अनुसूचित जाति के छात्र की मौत से गुस्साये ग्रामीणों से सड़क जाम कर पुलिस के वाहन को आग लगा दी। पुलिस ने कल (सोेमवार) को बताया था कि जिले के अछल्दा थाना क्षेत्र में कस्बा फंफूद रोड स्थित आदर्श इंटर कालेज के सामाजिक विज्ञान के अध्यापक ने टेस्ट में एक गलत शब्द लिखने के बाद छात्र की लात घूसों से जमकर पिटाई की। जिससे छात्र की हालत गम्भीर हो गई और कई दिनों तक इलाज कराने के बाद आज सुबह छात्र की मौत हो गयी।

अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाले छात्र की मौत के बाद गांव में तनाव का माहौल है। भीम आर्मी के पदाधिकारी भी गांव में पहुंच गये हैं। देर शाम अछल्दा में गुस्साये लोगों ने पुलिस एवं प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने स्कूल के सामने शव रख कर प्रदर्शन किया। इसकी सूचना मिलने पर विधूना के अपर पुलिस अधीक्षक एवं उपजिलाधिकारी सहित भारी पुलिस फ़ोर्स मौके पर पहुंच गयी। क्रुद्ध प्रदर्शनकारियो ने पुलिस के वाहनों पर पथराव किया और एक गाड़ी में आग भी लगा दी। पुलिस के मुताबिक एक दिन पहले शिक्षक पर मारपीट और दलित एक्ट में मुकदमा दर्ज हो चुका है। मौत की खबर के बाद स्कूल बंद कर दिया गया और शिक्षक फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि यह घटना 07 सितंबर की है। उस दिन कक्षा 10 के छात्रों का टेस्ट लेते समय 15 वर्षीय निखित कुमार पुत्र राजू दोहरे की कापी में एक शब्द गलत लिख जाने पर छात्र की डंडा व लात घुसों से पिटाई की गई जिससे वह बेहोश गया था। क्षेत्र के ग्राम वैशोली निवासी राजू दोहरे पुत्र सोबरन सिंह ने थाना में मामला दर्ज कराया कि कस्बें के आदर्श इंटर कालेज में उसका पुत्र निखिल कक्षा दस का छात्र है। कॉलेज में 07 सितंबर को सामाजिक विज्ञान के प्रवक्ता अश्वनी सिंह टेस्ट ले रहे थे। टेस्ट में बच्चे का एक शब्द गलत लिख जाने पर उसकी डंडे से जमकर पिटाई कर दी। इससे छात्र बेहोश हो गया। अध्यापक ने उसके इलाज का खर्च देने का आश्वाशन देकर छात्र को इटावा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। हालत में सुधार न होने पर चिकित्सक ने मना कर दिया। पीड़ित ने अध्यापक से कहा कि पुत्र का उपचार कराओ। उसने इलाज करने से मना करते हुए उसे जाति सूचक गालियां देकर भगा दिया।

पीड़ित पिता की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। इधर छात्र को सैफ़ई में भर्ती कराया गया था। जहां पर सोमवार को उपचार के दौरान छात्र की मौत हो गई। मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया। गांव में तनाव का माहौल हो गया है। भीम आर्मी के पदाधिकारी भी पहुंच गए औऱ घटना पर आक्रोश व्यक्त किया। उधर स्कूल को बंद कर दिया गया और शिक्षक फरारा हो गया है। थानाप्रभारी ललित कुमार ने बताया कि शिक्षक के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मौत की सूचना मिलने के बाद पुलिस इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेगी। स्कूल के प्रधानाचार्य सुशील कुमार तिवारी ने बताया कि वह 05 सितंबर से अवकाश पर थे। छात्र की मौत होने की सूचना मिलने पर वह सोमवार को पहुंच गये हैं। कार्यवाहक प्रधानाचार्य सुरेश का कहना है कि उन्हें घटना की जानकारी ही नहीं हो सकी। तीन दिन बाद जब अभिभावक शिकायत करने आए तब घटना की जानकारी हुई। औरैया की पुलिस अधीक्षक चारु निगम मौके पर गई है। उन्होंने बताया कि आरोपी शिक्षक की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें बनाई गई हैं। जल्द ही उसकी गिरफ्तारी कर ली जायेगी।

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