वाराणसी: यूपी बार काउंसिल के आह्वान पर अधिवक्ता हड़ताल पर रहे. हापुड़ में लाठीचार्ज तथा गाजियाबाद में साथी की हत्या से राज्यभर के वकील आक्रोश में हैं. सेंट्रल और बनारस बार एसोसिएशन ने आंदोलन को समर्थन दिया है. आंदोलनरत अधिवक्ताओं ने दिन में पुलिस व प्रशासन के खिलाफ नारे लगाते हुए जुलूस निकाला और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा.
अधिवक्ताओं ने नाराजगी जताते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की. अधिवक्ताओं के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कचहरी परिसर में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी. पुलिस को अधिवक्ताओं के विरोध पर कचहरी परिसर से बाहर जाना पड़ा. अधिवक्ताओं ने कहा कि हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज की घटना की जितनी ही निंदा की जाए वह कम है. गाजियाबाद में वकील की हत्या से पुलिस प्रशासन की छवि खराब हुई है. हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. प्रदर्शन करने वालों में बार काउंसिल सदस्य अरुण कुमार त्रिपाठी व हरिशंकर सिंह, सेंट्रल बार के अध्यक्ष प्रभुनारायण पांडेय, महामंत्री शशिकांत दुबे, बनारस बार के महामंत्री प्रदीप कुमार राय, मंगलेश दुबे, नृपेन्द्र सिंह नन्हे, आकाश पांडेय, संजीवन यादव आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे.
सर्वे की मियाद बढ़ाने पर सुनवाई आठ को
ज्ञानवापी परिसर में वैज्ञानिक सर्वे की मियाद आठ हफ्ते और बढ़ाने के लिए एएसआई की ओर से जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया. इस पर अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने लिखित आपत्ति दर्ज कराई है.
अदालत ने अगली सुनवाई के लिए तिथि तय की है. जिला जज के आदेश पर विगत चार अगस्त से वुजूखाना को छोड़कर ज्ञानवापी परिसर में एएसआई का वैज्ञानिक सर्वेक्षण चल रहा है.