अधिवक्ताओं ने एक बार फिर तहसीलदार न्यायालय का कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया

तहसीलदार कोर्ट का कार्य बहिष्कार जारी

Update: 2024-05-13 05:23 GMT

फैजाबाद: तहसीलदार अनुराग सिंह के रवैये से नाराज अधिवक्ताओं ने एक बार फिर तहसीलदार न्यायालय का कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर प्रसाद दुबे ने वरिष्ठ अधिवक्ताओं व पदाधिकारियों के साथ बैठक कर तहसीलदार न्यायालय का कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया.

बैठक में अधिवक्ताओं ने एक सुर में तहसीलदार अनुराग सिंह की कार्य शैली को तानाशाही बताते हुए गंभीर आरोप लगाए. आरोप लगाया कि प्रतिदिन 150 से 200 मुकदमे दर्ज किया जा रहा है. सुनवाई के समय तहसीलदार पत्रावली में ऑर्डर सीट नहीं लिख रहे हैं. 115 सी व धारा 67 की प्रत्रावलियां में बिना सुने आदेश पारित कर दिए जा रहे हैं. मुकदमे की फाइलों में तारीख पेशी का तिथि दर्ज नहीं किया जा रहा है. इससे वादी का हित प्रभावित हो रहा है. बार एसोसिएशन अध्यक्ष महावीर दुबे ने बताया कि तहसीलदार अनुराग सिंह के व्यवहार से अधिवक्ता संघ आहत है. तहसीलदार अधिवक्ता के किसी भी बात को मानने को तैयार नहीं हैं. वह अपने बातों से मुकर जा रहे हैं. इस दौरान एसोसिएशन के मंत्री प्रेमनारायण, अवनीश कुमार, विनोद मिश्रा, महेश पाठक, बालभद्र श्रीवास्तव, मनोज सिंह, उमाकांत तिवारी, रघुवंश लाल, शैलेश सिंह, महिनाथ त्रिपाठी, आरबी रोशन सहित अन्य मौजूद रहे.

अधिवक्ताओं का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण तहसीलदार: तहसीलदार अनुराग सिंह ने कहा कि काफी वर्षों से लंबित मामलों में मेरिट के आधार पर सुनवाई के बाद आदेश किए गए है. कायमी प्रार्थनापत्र पर भी उचित निर्णय लेकर विधिक आदेश पारित किए जा रहे है. अधिवक्ताओं का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है. कुछ अधिवक्ता जानबूझकर नियमों का गलत हवाला देकर मुकदमों को लटकाने का प्रयास करते हैं.

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