अलीगढ़: रिश्वत के मामले में लेखपाल के पकड़े जाने के बाद प्रशासन ने एअरपोर्ट विस्तारीकरण के बैनामों को लेकर अहम निर्णय लिया है. पारदर्शिता को बरकरार रखने के लिए जनपद स्तरीय अधिकारी गांव जाकर कैंप करेंगे. सार्वजनिक रूप से गाटा संख्या का मिलान किया जाएगा और इसको सुनाया जाएगा. फर्जीवाड़े को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है.
धनीपुर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का काम चल रहा है. इसमें पनैठी, अलहदादपुर, ईकरी, खानगढ़ी और निजामतपुर बोरना की भूमि चिह्नित की गई है. करीब एक हजार से अधिक किसानों की 275 हेक्टेयर भूमि का समझौते के आधार पर क्रय की जा रही है. कुल 185 हेक्टेयर भूमि के बैनामे हो चुके हैं. 500 करोड़ से अधिक का मुआवजा दिया जा चुका है. 90 हेक्टेयर जमीन और ली जानी है. प्रशासन ने बैनामे का नियम बदल दिया है. जिला स्तरीय प्रशासनिक अधिकारी गांव में जाकर कैंप करेंगे. ग्रामीणों से कैंप में ही बैनामों से जुड़े दस्तावेज लिए जाएंगे. एडीएम वित्त एवं राजस्व मीनू राणा ने बताया कि कैंप में लोगों को अधिग्रहण में शामिल भूमि की जानकारी दी जाएगी. अधिकारियों से सीधे अपनी बात भी कर सकेंगे. फाइनल होने के बाद बैनामे के लिए तहसील बुलाया जाएगा.
शिक्षकों ने देखी तिब्बिया दवाखाना की प्रयोगशाला: चार देशों के वैज्ञानिकों ने तिब्बिया कालेज के दवाखाना की प्रयोगशाला निरीक्षण किया. जर्मनी, ईरान, श्रीलंका और बांग्लादेश के प्रोफेसर व शोध विद्वान ने एएमयू के दवाखाना तिब्बिया कॉलेज का दौरा किया. आसवन, सिरप भराई सिस्टम, पैकिंग, प्रेषण और गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला सहित कारखाने के विभिन्न क्षेत्रों को देखा. प्राकृतिक अवयवों से दवाओं की तैयारी को समझने में रुचि दिखाई. यूनानी चिकित्सा संकाय और अजमल खान तिब्बिया कॉलेज, एएमयू के सहयोग से देश की सेवा में दवाखाना तिब्बिया कॉलेज के प्रयासों की सराहना की. दवाखाना प्रभारी प्रो. सलमा अहमद व प्रबंधक शारिक आजम मौजूद रहे.