शामली: उत्तर प्रदेश के शामली जनपद के अपर जिलाधिकारी संतोष कुमार सिंह ने शुक्रवार को जनपद की तीनों चीनी मिलों के पेराई सत्र 2021-22 के अवशेष गन्ना मूल्य भुगतान तथा पेराई सत्र 2022-23 के गन्ना खरीद की समीक्षा करते हुए किसानों को गन्ना मूल्य का शत प्रतिशत भुगतान न होने पर कड़ी नाराज़गी जतायी।
बैठक में एडीएम द्वारा सर्वप्रथम पेराई सत्र 2021-22 के भुगतान का प्रत्येक चीनी मिल वार किसानों के देय भुगतान की स्थिति जानते हुए शत प्रतिशत भुगतान ना होने को लेकर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए चीनी मिल शामली को 20 फरवरी तथा थानाभवन शुगर मिल को 10 फरवरी तक गत पेराई सत्र का समस्त देय गन्ना मूल्य भुगतान करने के कडे निर्देश दिए।
एडीएम ने जिला गन्ना अधिकारी शामली को निर्देशित किया गया कि डीएम के स्तर से क्रयकेन्द्रों की जांच हेतु सम्बन्धित एसडीएम, बाट-माप विभाग तथा गन्ना विकास विभाग के अधिकारियों की गठित टीम द्वारा चीनी मिलों के संचालित समस्त क्रयकेन्द्रों का समय-समय पर निरीक्षण सुनिश्चित कराये। यदि किसी क्रयकेन्द्र पर घटतौली का प्रकरण संज्ञान में आता है तो सम्बन्धित के विरूद्ध तत्काल नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करें। समस्त क्रयकेन्द्रों व मिल गेट पर स्थापित कांटो की पुनः सील कराने हेतु बाट-माप विभाग से तत्काल सम्पर्क स्थापित कर कांटो को सील कराया जाए।
बैठक में जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह ने बताया कि चीनी मिल द्वारा 374.67 करोड़ के सापेक्ष 300.69 करोड़ का भुगतान किया गया है। इसके अलावा ऊन चीनी मिल द्वारा 337.00 करोड के सापेक्ष 337.00 करोड़ शत प्रतिशत भुगतान एवं थानाभवन चीनी मिल द्वारा 439.99 करोड़ के सापेक्ष 398.33 करोड का भुगतान किया गया है।
इसके अलावा पेराई सत्र 2022-23 का भुगतान में शामली चीनी मिल द्वारा 121.35 करोड़ के सापेक्ष 0.00 करोड़ का भुगतान किया गया है। इसके अलावा ऊन चीनी मिल द्वारा 143.53 करोड़ के सापेक्ष 8.49 एवं थानाभवन चीनी मिल द्वारा 208.69 करोड़ के सापेक्ष 0.00 करोड़ का भुगतान किया गया है।
बैठक में चीनी मिल शामली से प्रदीप कुमार असिस्टेंट वाईस प्रेसीडेन्ट,सुशील कुमार महा प्रबन्धक (गन्ना) तथा विजित जैन, सहायक एकाउन्ट हेड चीनी मिल ऊन से अवनीश कुमार, यूनिट हेड, डा. कुलदीप पिलानिया, महा प्रबन्धक (गन्ना) व विक्रम सिंह, एकाउन्ट हेड तथा चीनी मिल थानाभवन से जी.वी. सिंह, यूनिट हेड मौजूद रहे।