पुलिस लाइन ग्राउंड में एडीजी जोन ने 786 दारोगाओं को वितरण किया नियुक्ति पत्र

Update: 2023-02-27 10:08 GMT

मेरठ: यूपी को आज 9055 नए दारोगा मिले हैं। वहीं मेरठ के पुलिस लाइन परेड ग्राउंड में भी नियुक्ति पत्र वितरण समारोह हुआ। इसमें एडीजी ने आयोजन में 786 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटे। पुलिस लाइन परेड ग्राउंड पर आयोजित दारोगा, प्लाटून कमांडर पीएसी और फायर सर्विस सेकेंड अधिकारी के कुल 786 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटे गए।

एडीजी मेरठ जोन राजीव सभरवाल, आईजी प्रवीण कुमार एवं एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। समारोह में जिन अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए जाने थे उनके परिजन भी पहुंचे। इस खुशी के अवसर पर परिजनों की आंखें भी नम हो गईं। मुख्य अतिथि एडीजी मेरठ जोन ने सभी अभ्यर्थियों को संबोधित किया।

सेवा और समर्पण भाव से नौकरी करने का संदेश दिया। पुलिस अधीक्षक देहात, पुलिस अधीक्षक, यातायात, पुलिस अधीक्षक, नगर एवं समस्त क्षेत्राधिकारी के साथ-साथ अभ्यर्थियों के परिजन भी उपस्थित रहे। मुकेश कुमार रावत प्रतिसार निरीक्षक, पुलिस लाइंस ने संयोजन किया।

सगे भाई-बहन बने दारोगा, माता-पिता के खिले चेहरे

किसी ने सही कहा कि मेहनत एक दिन रंग जरूर लाती है। ऐसे ही अथक प्रयास और मेहनत के चलते दो परिवार के उन चार सगे भाई बहनों ने कर दिखाया। जिन्होंने अपनी प्रतिभा के दम पर दारोगा का नियुक्ति पत्र हाथों में थामते ही अपने माता पिता का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया।

पुलिस लाइन में रविवार को कुछ जश्न का माहौल था। आईजी एडीजी एसएसपी अपने हाथों से अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देकर उन्हें सम्मानित कर उनके हौसलों को सलाम कर रहे थे। वहीं सैंकड़ों की भीड़ में दारोगा के नियुक्ति पत्र लेने आये दो परिवार के ऐसे चार अभ्यर्थी भी शामिल थे। जो आपस में सगे भाई थे। गढ़ के रहने वाले सौरभ कुमार और उनकी बहन आंचल ने एक साथ दारोगा भर्ती की परीक्षा उत्तीर्ण की थी।

रविवार को सौरभ और बड़ी बहन आंचल ने हाथों में नियुक्ति पत्र थामा तो उनके चेहरे खिल उठे। साथ में आये माता-पिता भी उनका ज्वाइनिंग लेटर मिलने पर फूले नहीं समा रहे थे। आंचल ने दारोगा बनने पर कहा कि वह इसका श्रेय अपने माता-पिता को देते हैं। छोटा भाई दारोगा बन गया इस बात की भी उसे अपार खुशी हो रही है, लेकिन उसकी इच्छा पीसीएस क्वालीफाई करने की है।

वहीं, मवाना के रहने वाले ग्राम खेड़ीकलां गंगापार निवासी वीरेन्द्र कुमार पुत्र अमर सिंह अपनी छोटी बहन भारती रानी के साथ दारोगा का नियुक्ति पत्र लेने पहुंचा। जब दोनों भाई बहन ने पुलिस अफसरों के हाथों नियुक्ति पत्र लिया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था।

वीरेन्द्र ने बताया कि वह वर्तमान में दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल है, लेकिन उसने मेहनत की और दारोगा की परीक्षा उत्तीर्ण की। बहन भारती के बारे में बताया कि उसका चयन कई बार सिपाही के लिए हो गया था, लेकिन उसने ज्वांइन नहीं किया। अब मेरे साथ बहन भी दारोगा बन गई है। यह परिवार के लिए बड़ी खुशी की बात है।

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