एक्टर राजेश खन्ना भी करते थे खरीददारी, लखनऊ के अली नवाब की पतंगों की विदेशों में भी डिमांड
उत्तरप्रदेश: नवाबी विरासत का महत्वपूर्ण हिस्सा पतंग उड़ाना है. यह एक प्रमुख शौक है जो नवाबों के दौर से चला आ रहा है. पतंग उड़ाने का अनुभव एक आनंदमय और उत्साहदायक अनुभव होता है. लखनऊ के मशहूर कारीगर,अली नवाब,जिनके हुनरमंद हाथों की कारीगरी के चर्चे हिंदुस्तान और विदेश में फैले हुए है.जिनके बनाए हुए पतंग लोगो को खूब भाती है. बता दें कि अली नवाब पतंग बनाने का काम पिछले 84 साल से कर रहे हैं और उनकी उम्र 94 वर्ष है.
उनका कहना है कि उन्हें 60 साल से अधिक समय से लोग न केवल हिंदुस्तान में बल्कि विदेशों में भी जानते है.अली नवाब के बनाए हुए पतंगों का उपयोग अधिकांशत टूर्नामेंट में होता था. उनकी पतंगों की खासियत उड़ाने वाले ही बता सकते है.अली नवाब का कहना है कि उनकी पतंगें महंगी और खास होती है. उनके अनुसार इनकी बनाई पतंगें खींचने पर आवाज नहीं करती है.
अली नवाब की पतंग के शौकीन लोग उनसे कहते थे कि वे पतंग बनाएं और खर्चा हम देंगे.उनकी पतंगों की कीमत 80 रुपये से शुरू होती है और 1000 रुपए तक पहुंचती है.अली ने पतंग की कारीगरी शौक में सीखी है. उनके उस्ताद आसिफ हुसैन ने उन्हें इस काम का ज्ञान दिया है. उन्होंने बताया कि एक औरत पतंग उड़ाती थी और उसमें 5 रुपये का नोट चिपकाती थी, ताकि कोई पतंग पाए तो उसका भला हो सके.
अली नवाब लखनऊ के एक मशहूर कारीगर है,जिनकी पतंगों की कारीगरी और अद्वितीयता के कारण, वे हिंदुस्तान और विदेश में चर्चित है.उनकी पतंगों को बॉलीवुड के स्टार राजेश खन्ना समेत तमाम दिग्गज लोगों ने खरीदा है. उनकी पतंगों की खूबसूरती, दुर्लभता और अद्वितीयता के कारणये पतंग उड़ाने के शौकीनों के बीच खास पसंदीदा हुई है.
पतंग के शौकीनों ने बताया कि इनकी बनाई हुई पतंग बेहद खास होती है और इनके पतंग का इस्तेमाल ज्यादातर हम लोग टूर्नामेंट में करते है, क्योंकि हमें जिस तरीके की पतंग चाहिए होती है यह वैसी पतंग बनाकर दे देते थे.