उत्तरप्रदेश | यमुना प्राधिकरण ने आवंटन पत्र जारी करने में देरी करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी शुरू कर दी. आवंटन के 25 दिन बाद भी आवंटन पत्र जारी नहीं होने पर विभागीय जांच के आदेश दिए गए. एसीईओ को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है.
यमुना प्राधिकरण ने संस्थागत भूखंडों की योजना निकाली थी. योजना में 25 अगस्त को आवंटन कर दिया गया. इसके बावजूद 18 अगस्त तक आवंटन पत्र जारी नहीं हो सके. इतने दिनों बाद आवंटन पत्र जारी होने का मामला सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह तक पहुंचा तो विभाग हरकत में आ गया. सीईओ ने मामले की जांच एसीईओ कपिल सिंह को सौंपी है. प्राधिकरण के सीईओ ने कहा है कि किन कारणों से आवंटन पत्र जारी नहीं हुए हैं. इसकी जांच करके दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाए. इसके लिए आदेश जारी हो गए हैं.
जेपी के कार्यालय की सील खुली
जिला प्रशासन ने 35 करोड़ से अधिक के बकाये के चलते जेपी एसोसिएट्स का सेक्टर-128 स्थित कार्यालय 12 सितंबर को सील कर दिया था. कंपनी की ओर से तीन करोड़ रुपये जमा कराने के बाद कार्यालय पर लगी सील को खोल दिया गया.
एसडीएम दादरी आलोक गुप्ता ने बताया कि जेपी एसोसिएट्स लिमिटेड और सुपरटेक टाउनशिप लिमिटेड के कार्यालय को जिला प्रशासन ने सील किया था. जेपी एसोसिएट्स ने तीन करोड़ जमा करा दिए. इसके बाद कार्यालय पर लगी सील को खोल दिया गया. कंपनी ने वायदा किया है कि शेष बकाया रकम को भी शीघ्र जमा करा दिया जाएगा.