इलाहाबाद न्यूज़: दिवाकर त्रिपाठी ने जन सूचना के अधिकार के तहत साक्ष्य एकत्र करके एडीजी जोन से शुआट्स के खिलाफ शिकायत कर एफआईआर दर्ज करने की मांग की. वहां पर एडीजी जोन भानु भास्कर के स्टाफ अफसर प्रवीण सिंह चौहान मिले. उनकी शिकायत को प्रयागराज कमिश्नरेट को भेज दिया गया है. एसीपी करछना इस प्रकरण की जांच करेंगे.
दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि जन सूचना अधिकार के तहत पता चला कि सोसाइटी (शुआट्स) का पंजीकरण 25-08-1950 को बताया जाता है जो सही नहीं है. क्योंकि इस समय इसाई मिशनरियां भारत छोड़कर जाने में लगी थी तो सोसाइटी का गठन कैसे हो गया. इसाई मिशनरी की सोसाइटियां 1970 के आसपास में ही पंजीकृत कराई हैं. इसके पूर्व स्कूल-कॉलेजों का संचालन चर्च करता था. यह सोसाइटी पूर्व में इविंग क्रिश्चियन कॉलेज से संचालित होती थी जिसका गठन 1970 में किया गया. आरोप है कि ठगी के उद्देश्य से 1950 की सोसाइटी को पंजीकृत दिखाकर आरबी लाल ने कब्जा करना चाहा. एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट, नैनी पत्रावली संख्या आई0 4076 का गठन सोसाइटी कार्यालय कानपुर तथा सोसाइटी कार्यालय लखनऊ के पंजीकरण नवीनीकरण रजिस्टरों में इस सोसाइटी के दर्ज होने तथा पत्रावली के ट्रांसफर की जांच कराने की मांग की है. गवर्नमेंट गजट 23 मई 1914 को इविंग क्रिश्चियन कॉलेज के लिए अपंजीकृत सोसाइटी नार्थ इंडिया मिशन ऑफ द अमेरिकन प्रेसविटेरियन चर्च इन द युनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका को प्रदान की गई थी जिससे स्पष्ट है कि एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट इविंग क्रिश्चियन कॉलेज का हिस्सा था. इसको अलग कर हड़पने का षड्यंत्र रचा गया.
पुराने मुकदमों में लाल बंधुओं पर कसने लगा शिकंजा
शुआट्स के खिलाफ अब नए और पुराने दोनों मुकदमों में कार्रवाई शुरू हो गई है. फतेहपुर पुलिस धर्मांतरण मामले में कुलपति समेत अन्य के खिलाफ वारंट लेकर घूम रही है तो दूसरी ओर प्रयागराज पुलिस शिक्षक भर्ती में अनियमितता व सरकारी धन के दुरुपयोग में तलाश कर रही है. प्रतापगढ़ पुलिस ने 2012 के मुकदमे में अग्रिम विवेचना कर रही है. फर्जी पते से असलहे का लाइसेंस जारी कराया गया.