लखनऊ। रिश्वत के ही एक अन्य मामले में जमीन नापने की एवज में आठ हजार रुपए लेते रंगे हाथ गिरफ्तार की गए लेखपाल कमलेश कुमार की जमानत अर्जी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के विशेष न्यायाधीश रामाकांत प्रसाद ने खारिज कर दी है।
जमानत अर्जी का विरोध करते हुए विशेष लोक अभियोजक नीरज कुमार श्रीवास्तव ने अदालत को बताया कि इस मामले की रिपोर्ट शिकायतकर्ता श्रीमती सिया लली सिंह ने 24 दिसंबर 2022 को पुलिस अधीक्षक भ्रष्टाचार निवारण संगठन से की थी।
अदालत को बताया गया कि शिकायतकर्ता के जमीन की चकबंदी चल रही थी तथा लेखपाल कमलेश कुमार ने 13 बिस्वा जमीन नापने के बाद मना कर दिया था तथा कहा था कि बाकी जमीन नापने के लिए 14 हजार रुपए लगेगा।
अदालत को बताया गया कि शिकायतकर्ता ने सीओ चकबंदी से भी संपर्क किया लेकिन आरोपी लेखपाल ने स्पष्ट कहा कि वह 20 हजार रुपए लेता है लेकिन 8 हजार में काम कर देगा। जिसके पश्चात पुलिस अधीक्षक भ्रष्टाचार संगठन को शिकायत की गई।