Agra आया युवक वसूली के लिए बना फर्जी मंडी इंस्पेक्टर
आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज
आगरा: एसएससी की तैयारी करने एटा से आगरा आया युवक अपराधी बन गया. पहले खर्चे पूरे करने को नौकरी की. नौकरी छूटी तो मकान के किराए के लाले पड़ गए. छात्र वसूली के लिए मंडी इंस्पेक्टर बन गया. मौजूद मंडी कर्मियों ने शक होने पर दबोच लिया. आरोपित के खिलाफ मुकदमा लिखा गया. उसका एक साथी फरार है.
गाजीपुर निवासी ट्रक चालक दीपक कुशवाह फरह से आलू भरकर बिहार जा रहा था. दीपक ने बताया कि रात करीब साढ़े नौ बजे वह सिकंदरा मंडी पहुंचा. बाहर बाइक पर दो युवक मिले. एक ट्रक के केबिन में आ गया. खुद को मंडी इंस्पेक्टर बताया. पहचान पत्र दिखाया. कहा कि ट्रक ओवरलोड है. कांटा कराया जाएगा. चालक के अनुसार वह घबरा गया. उसने मालिक को फोन किया. मालिक ने उससे कहा कि मामला कुछ देकर रफा-दफा कर दे. युवक ट्रक को लेकर मंडी समिति आ गए. ट्रक को कांटे के बराबर में खड़ा कर दिया. आरोपित का दूसरा साथी भी बाइक लेकर वहां आ गया. मंडी समिति में मंडी कर्मचारी मौजूद थे. उन्हें शक हुआ. मंडी कर्मचारियों ने फर्जी इंस्पेक्टर को पकड़ लिया. पुलिस को बुला लिया. बाइक सवार भाग गया. खुद को मंडी इंस्पेक्टर बताने वाला सचल दल चालक के पैर छूने लगा. माफी मांगने लगा.
पुलिस ने आरोपित युवक को हिरासत में ले लिया. पूछताछ में उसने अपना नाम विश्वदीप उर्फ विशाल बताया. वह मूलत अवागढ़ (एटा) का निवासी है. स्नातक पास है. दो साल पहले आगरा आया था. न्यू आगरा क्षेत्र में किराए पर मकान लिया. एसएससी की तैयारी कर रहा है. शुरू में अपने खर्चे निकालने के लिए उसने हरीपर्वत क्षेत्र स्थित एक लैब में नौकरी की. तीन माह पहले नौकरी छूट गई. काम नहीं मिला तो अपराधी बन गया. एसीपी छत्ता हेमंत कुमार ने बताया कि चालक की तहरीर पर आरोपित के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है. दूसरे की तलाश की जा रही है.
रहनकलां का रामहेत हुआ फरार: आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसके साथ रहनकलां का रामहेत आया था. रामहेत ने उसे बताया कि वह मंडी सचिव को जानता है. उनके लिए सड़क पर ट्रक रोकता है. कागजात चेक करता है. इसके लिए उसे खर्चा मिलता है. छात्र ने बताया कि रामहेत ने ही ट्रक रुकवाया था. वह तो पहली बार उसके कहने पर आया था और फंस गया. वह भाग गया.