मेस में था BHU का छात्र और अलीगढ़ के टप्पल थाने में मुकदमा दर्ज
A student of BHU was in the mess and a case was registered at Tappal police station in Aligarh.
सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध को लेकर वाराणसी में एक अटपटा मामला सामने आया है. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के हॉस्टल में रह रहे छात्र के ऊपर अलीगढ़ में मुकदमा दर्ज हो गया है, जबकि छात्र का दावा है कि वह 17 जून को पथराव वाले दिन बीएचयू के मेस में खाना खा रहा था. छात्र ने दावे का सबूत के तौर पर मेस के रिकॉर्ड बुक में हस्ताक्षर होने की बात कही है तो छात्र के परिजन पुलिस की कार्रवाई से परेशानी और तनाव की शिकायत कर रहे हैं.
दरअसल अग्निपथ योजना को लेकर 17 जून को अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र में बवाल और पथराव हुआ. पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए. मुकदमे दर्ज होने के बाद अलीगढ़ पुलिस बीएचयू के बीएससी ऑनर्स के छात्र विपिन कुमार के घर पहुंची और विपिन के परिवार वालों को मुकदमे के बारे में बताते हुए थाने पर विपिन को भेजने की बात कही. परिजनों ने बताया कि वह तो वाराणसी के बीएचयू हॉस्टल में था और उस दिन वहां था ही नहीं.
परिजनों का दावा है कि अलीगढ़ पुलिस ने उनकी कोई बात सुनी ही नहीं. ऐसे में विपिन के साथ उनके परिवार वाले भी सकते में आ गए. विपिन ने मेस रिकॉर्ड पर अपना हस्ताक्षर बताते हुए कहा, 'मैं उस वक्त बीएचयू मेस में मौजूद था.' इस पूरे मामले में अलीगढ़ पुलिस की कार्रवाई सवालों के घेरे में आ रही है.
अग्निपथ योजना को लेकर उत्तर प्रदेश के साथ ही उत्तराखंड के कई हिस्सों में रोज़ाना विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. कहीं छात्र सड़कों पर उतर रहे हैं, तो कहीं कांग्रेस या विपक्षी नेता. भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान से नाराज़ कांग्रेसियों ने हरिद्वार के चंद्राचार्य चौक पर आज बुधवार को प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने विजयवर्गीय का पुतला फूंका और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की.
इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने विजयवर्गीय द्वारा सेना के जवानों को अपने कार्यालय में चौकीदार की नौकरी देने वाले बयान को बेहद शर्मनाक बताया. हरिद्वार महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष विमला पांडे ने कहा, भाजपा सरकार जवानों को स्थायी नौकरी देने के बजाय उनका अपमान कर रही है. कांग्रेसियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विजयवर्गीय पर आपराधिक मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजने की मांग भी की.