डीडीयू में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अनुसंधान केन्द्र स्थापित किया जाएगा
डीडीयू में बनेगा पूर्वांचल का सबसे बड़ा शोध केंद्र
झाँसी: डीडीयू को विश्वस्तरीय बनाने की दिशा में बड़ा निर्णय लिया गया है. डीडीयू में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस अनुसंधान केन्द्र स्थापित किया जाएगा. इसके अन्तर्गत करोड़ रुपये की लागत से चार मंजिला नया भवन बनेगा. साथ ही कुल 40 करोड़ रुपये से लैब के उपकरण खरीदे जाएंगे. बाहरी शिक्षक और शोधार्थी भी इसका लाभ उठा सकेंगे.
डीडीयू को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा पीएम उषा (प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान) के अन्तर्गत 100 करोड़ रुपये के अनुदान के लिए चुना गया है. यह रकम डीडीयू को तीन वर्षों में मिलेगी. इसे शोध की गुणवत्ता बढ़ाने और बेसिक ढांचा को बदलने पर खर्च किया जाना है. अधिसूचना खत्म होने के बाद यह रकम मिल सकती है. चार मंजिले भवन के भूतल पर पर ऑडिटोरियम, प्रथम तल पर फिजीकल साइंस, द्वितीय तल पर केमिकल साइंस, तृतीय तल पर लाइफ साइंस और चतुर्थ तल पर लैंग्वेज लैब की स्थापना की जाएगी. ऑनलाइन एजुकेशन की सुविधा के लिए विभिन्न लैब स्थापित किए जाएंगे. इनमें डिजिटल लैब, रिकॉर्डिंग स्टूडियो आदि प्रमुख हैं.
आईआईएससी बेंगलुरु से पोर्टल का एक्सेस डीडीयू के एडवांस रिसर्च लैब में आई एसटीईएम पोर्टल का एक्सेस यूजर बेस पर लिया जाएगा. यह पोर्टल अनुसंधान एवं विकास सुविधाओं को साझा करने के लिए एक राष्ट्रीय वेब पोर्टल है.
पीएम उषा के अन्तर्गत मिलने वाले 100 करोड़ में से करीब करोड़ से बहुमंजिली भवन का निर्माण होगा. इसके अलावा 40 करोड़ के लैब उपकरण खरीदे जाएंगे. यह पूर्वांचल का सबसे एडवांस रिसर्च लैब होगा. बाहरी शिक्षक व शोधार्थी भी इसका लाभ उठा सकेंगे.
- प्रो. पूनम टंडन, कुलपति, डीडीयू