मथुरा। वृंदावन की कालीदह क्षेत्र में रविवार की रात को गोली मारकर युवक को मौत के घाट उतारने वाले बदमाशों से मंगलवार की देर रात पुलिस की मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में एक हत्यारोपी गोली लगने से घायल हो गया, जबकि दो साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार हत्यारोपियों के कब्जे से पुलिस ने हत्या की घटना में प्रयुक्त पिस्टल, एक तमंचा कारतूस, एक चाकू व एक अपाचे बाइक बरामद की है।
विदित हो कि वृंदावन के कालीदेह निवासी लाखन निषाद को 12 फरवरी की रात्रि में मौहल्ला रतनछत्री में नामजदों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। परिजनों ने इस मामले में दो नामजद सहित तीन अज्ञात हत्यारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसएसपी शैलेश पांडेय ने वारदात के खुलासे के लिए सर्विलास, स्वॉट एवं कोतवाली पुलिस को लगाया था। मंगलवार की देर रात पुलिस को सूचना मिली कि लाखन को गोली मारने वाले हत्यारोपी पानीगांव मार्ग स्थित पवन हंस हेलीपेड के पास देखे गए हैं। थाना प्रभारी निरीक्षक ने जानकारी अधिकारियों को दी।
अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस बल ने पवन हंस हेलीपेट के पास घेराबंदी कर तीन बदमाशों को घेर लिया। पुलिस को देख बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस फायरिंग की तो हत्यारोपी अमित कुंतल उर्फ कृष्ण कुमार पुत्र वीरपाल सिंह निवासी कौकेरा थाना छाता के बाये पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। पुलिस के मंसूबे भांपकर भानू प्रताप सारस्वत पुत्र वीरेन्द्र कुमार सारस्वत निवासी 16 ए द्वारिकापुरी कंकाली मन्दिर के पास थाना मथुरा कोतवाली व राकेश पुत्र गुड्डू नाथ (सपेरा) निवासी नगला सपेरा राधाकुण्ड थाना गोवर्धन जिला मथुरा को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से पुलिस ने पिस्टल, तमंचा कारतूस, एक चाकू व एक अपाचे बाइक बरामद की है। पुलिस ने घायल हत्यारोपी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
एसपी सिटी एमपी सिंह ने बताया कि रविवार की देर रात कालीदाह निवासी लखन निषाद नामक युवक की करीब आधा दर्जन लोगों ने मारपीट के बाद गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने घटना की जांच करते हुए इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जिसमें एक ई रिक्शा सवार आधा दर्जन युवकों ने मामूली विवाद के बाद हत्या कर दी थी। युवकों की पहचान करने के बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने मुठभेड़ में तीन को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी सिटी ने बताया कि घायल शातिर बदमाश है। घायल शातिर और उसके साथियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।