गाजियाबाद न्यूज़: पशुपालक गोवंशों को लावारिस छोड़ किसानों की फसल खराब करा रहे हैं, जिसकी शिकायत विभागों में लगातार आ रही है. पशु विभाग ने संज्ञान लेते हुए ब्लॉक और ग्राम स्तर के अधिकारियों को ऐसे पशुपालकों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं. सूची के आधार पर पशुपालकों पर कार्रवाई की जाएगी.
पशु विभाग में रोजाना लगभग 10 किसान गोवंशों को लावारिस छोड़ने की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं. किसानों का कहना है कि पशुपालक गोवंशों को सुबह-शाम चरने के लिए छोड़ देते हैं. पशु सड़क और खेतों में घूमते रहते हैं, जिससे ये गोवंश लोगों को टक्कर मारने के साथ-साथ फसल भी खराब करते हैं. पशुपालक रात को ही दूध निकालने के लिए उन्हें बांधते हैं. इसके बाद सुबह होते ही बाहर छोड़ देते हैं. इसके अलावा सड़क पर घूम रहे पशुओं से टकराकर राहगीर गिरकर घायल हो जाते हैं. मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ महेश ने बताया कि लगातार आ रही शिकायतों को देखते हुए ऐसे पशुपालकों की सूची कर कार्रवाई की जाएगी.
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. महेश ने बताया कि सभी पशुपालकों से अपने गोवंशों को बांधकर रखने के लिए कहा जा रहा है. इसके बाद भी अगर किसी पशुपालक के खिलाफ विभाग में शिकायत आती है तो उसके खिलाफ संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.
जिले में एक हजार से ज्यादा लावारिस पशु घूम रहे हैं, जिनके मालिक का कोई पता नहीं है. ये पशु खेतों में तैयार फसल को बर्बाद कर रहे हैं. इससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है. इन पशुओं को पकड़ने के लिए विभाग की ओर से रोजाना कार्रवाई की जा रही है. इसके बाद भी पशुओं की संख्या कम नहीं हो रही. मुख्य पशु चिकित्साधिकारी का कहना है कि रोजान लावारिस पशुओं को पकड़कर आश्रय स्थल में रखा जाता है.