एम्स में बनेगा 1000 बेड का रैन बसेरा, जरूरत पड़ने पर एम्स में ही ठहर सकेंगे तीमारदार

कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फंड से होगा तैयार

Update: 2024-03-15 04:24 GMT

गोरखपुर: एम्स में इलाज करने वाले मरीजों के तीमारदारों के लिए राहत की खबर है. एम्स में जल्द ही 1000 बेड का रैन बसेरा तैयार होगा. कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी(सीएसआर) फंड से तैयार किया जाएगा. इसके बाद एम्स में इलाज कराने वाले मरीजों के तीमारदारों को ठहरने के लिए दुश्वारियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. आवश्यकता पड़ने पर वह एम्स में ही ठहर सकेंगे. उद्घाटन होने के बाद से ही एम्स का लगातार विस्तार हो रहा है. एम्स में 750 बेड का अस्पताल है. यहां रोजाना करीब तीन हजार मरीज ओपीडी में इलाज करने आ रहे हैं. यह मरीज गोरखपुर, बस्ती, आजमगढ़, देवीपाटन, बनारस मंडलों के अलावा पश्चिम बिहार के 10 जिले, नेपाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ व झारखंड से आते हैं. एम्स में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों के साथ आए तीमारदारों को रात गुजारने के लिए दुश्वारियां का सामना करना पड़ता है. एम्स में 150 बेड का रैन बसेरा संचालित है. वह जरूरत और मांग के मुताबिक पूरा नहीं पड़ रहा है. सीएम ने समझा तीमारदारों का दर्द, मांगा प्रस्ताव एम्स में ब्लड बैंक और डायलिसिस यूनिट का उद्घाटन करने सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंचे थे. वह तीमारदारों के इस समस्या से वाकिफ हैं. एम्स के आला अधिकारियों के साथ वार्ता के दौरान उन्होंने इसका जिक्र भी किया. एम्स के गवर्निंग बॉडी के प्रेसिडेंट देश दीपक वर्मा और कार्यकारी निदेशक डॉ. जीके पाल ने सीएम को बताया कि रैन बसेरा आकार में छोटा है. 750 बेड के अस्पताल की मांग को यह पूरा करने में सक्षम नहीं है. सीएम ने एम्स के अधिकारियों से कहा कि 1000 बेड के रैन बसेरे का प्रस्ताव तैयार करें. इस प्रस्ताव को शासन भेजवाएं. इसको सीएसआर फंड से तैयार करने की कोशिश की जाएगी. कई कंपनियां इसके लिए इच्छुक हैं.

डोमिनगढ़-मगहर रूट पर नए सिस्टम पर ट्रॉयल आज

डोमिनगढ़ से मगहर रेलमार्ग पर ऑटोमेटिक ब्लाक सिग्नल सिस्टम सफलतापूर्वक इंस्टाल कर दिया गया है. से डोमिनगढ़ से मगहर तक आटोमेटिक ब्लाक सिग्नल सिस्टम पर ट्रेनों का ट्रायल शुरू हो जाएगा. प्रथम चरण में लखनऊ मंडल स्थित डोमिनगढ़ से बस्ती के बीच 65 किमी रेलमार्ग पर आटोमेटिक ब्लाक सिग्नल सिस्टम लगाया जाना है. जल्द ही एनईआर के सभी प्रमुख मार्गों पर यह सिस्टम लगाए जाएंगे.

एकला बांध पर राप्ती रिवर फ्रंट की डिजाइन तैयार

एकला बांध से कूड़े के निस्तारण के बाद खाली हुई जमीन पर नगर निगम राप्ती रिवर फ्रंट का निर्माण करेगा. इसके लिए डिजाइन तैयार हो गया है. यहां एलिवेटेड माउंट, पॉण्ड एवं सुविधा युक्त पार्क का निर्माण किया जाएगा. नगर निगम इसके लिए ई-टेडर की प्रक्रिया शुरू करेगा. ग्रीनएड लैंडस्केप प्राइवेट लिमि. के आर्किटेक्ट श्रीवत्स शर्मा ने राप्ती रिवर फ्रंट की डिजाइन तैयार की है. आठ एकड़ में रिवर फ्रंट एवं पार्क का निर्माण होगा.

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